ETV Bharat / state

CAA: जामिया के प्रदर्शनकारी छात्रों ने सड़कों पर नारे लिख जताया विरोध - संविधान के खिलाफ

CAA और NRC के खिलाफ देशभर में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि अगर CAA कानून को वापस नहीं लिया गया तो वे अनवरत धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.

Protests against CAA and NRC continue in Jamia
जामिया में विरोध प्रदर्शन जारी
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 7:42 AM IST

नई दिल्ली: CAA और NRC के खिलाफ देशभर में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. यह विरोध प्रदर्शन स्थानीय लोगों से ज्यादा छात्रों में देखा जा रहा है. देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में लगातार छात्र इसका विरोध कर रहे हैं. वे लगातार CAA से आजादी की मांग कर रहे हैं. साथ ही वे लोग CAA को संविधान के खिलाफ बता रहे हैं.

जामिया में विरोध प्रदर्शन जारी

'आर्टिकल 14 का अपमान'
कुछ लोग इसे आर्टिकल 14 से जोड़ कर देख रहे हैं. उनका मानना है कि जाति धर्म वेशभूषा के आधार पर आप किसी को अलग नहीं कर सकते.

जामिया में विरोध प्रदर्शन
जामिया छात्र पहले दिन से ही इस कानून का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान उन छात्रों को कई नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी साथ मिल रहा है. उनका कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून समाज देश के लिए घातक है. सरकार को अपने फैसले पर सोचना चाहिए और तुरंत इसे वापस लेना चाहिए.

प्रदर्शन कर रहे लोगों का साफ कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो वे लोग अनवरत धरना प्रदर्शन करते रहेंगे और अपनी आवाज उठाते रहेंगे. साथ ही जामिया में तरह-तरह के नारे भी लगाए जा रहे हैं.

नई दिल्ली: CAA और NRC के खिलाफ देशभर में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. यह विरोध प्रदर्शन स्थानीय लोगों से ज्यादा छात्रों में देखा जा रहा है. देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में लगातार छात्र इसका विरोध कर रहे हैं. वे लगातार CAA से आजादी की मांग कर रहे हैं. साथ ही वे लोग CAA को संविधान के खिलाफ बता रहे हैं.

जामिया में विरोध प्रदर्शन जारी

'आर्टिकल 14 का अपमान'
कुछ लोग इसे आर्टिकल 14 से जोड़ कर देख रहे हैं. उनका मानना है कि जाति धर्म वेशभूषा के आधार पर आप किसी को अलग नहीं कर सकते.

जामिया में विरोध प्रदर्शन
जामिया छात्र पहले दिन से ही इस कानून का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान उन छात्रों को कई नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी साथ मिल रहा है. उनका कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून समाज देश के लिए घातक है. सरकार को अपने फैसले पर सोचना चाहिए और तुरंत इसे वापस लेना चाहिए.

प्रदर्शन कर रहे लोगों का साफ कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो वे लोग अनवरत धरना प्रदर्शन करते रहेंगे और अपनी आवाज उठाते रहेंगे. साथ ही जामिया में तरह-तरह के नारे भी लगाए जा रहे हैं.

Intro:पूरे देश के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी लगातार सी ए ए के खिलाफ प्रदर्शन जारी है यह प्रदर्शन स्थानीय लोगों से ज्यादा छात्रों में देखा जा रहा है बताया जाता है कि देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटीज में लगातार छात्रों द्वारा इसका पुरजोर विरोध किया जा रहा है और वे लगातार इससे आजादी मांग रहे हैं साथ ही वे लोग CAA को संविधान के खिलाफ बता रहे हैं


Body:आर्टिकल 14 का हो रहा अपमान

कुछ लोगों की मांग तो इतनी है कि आर्टिकल 14 के अंतर्गत लिखा गया है कि जाति धर्म वेशभूषा के आधार पर आप किसी को अलग नहीं कर सकते लेकिन इनका आरोप है कि सरकार ने उन्हें अलग कर दिया।

गेट न 7 से गेट न 4 तक लिखा नारा

और गुरुवार को प्रदर्शनकारी छात्रों और स्थानीय निवासियों ने जामिया मिलिया इस्लामिया के गेट नंबर 7 से लेकर गेट नंबर 4 तक नो CAA और एनआरसी इसके साथ ही तमाम तरीके से विरोध प्रदर्शन किया गया और इसमें काफी सामाजिक कार्यकर्ताओ ने आज हिस्सा लिया और उन्होंने सीएए का पुरजोर विरोध किया उनका कहना है कि नागरिकता संशोधन बिल समाज देश के लिए घातक हैं सरकार को अपने फैसले पर सोचना चाहिए और तुरंत इसे वापस लेना चाहिए
BYTE- प्रदर्शनकारी


Conclusion:प्रदर्शन कर रहे लोगों का साफ कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती वे लोग अनवरत धरना प्रदर्शन करते रहेंगे और अपनी आवाज उठाते रहेंगे इसके साथ ही जामिया में तरह तरह की कई नारे भी लगाए जा रहे हैं

जैसा की अभी देखा जा रहा है कि जामिया में छुट्टी चल रही है इसके बाद हजारों की संख्या में छात्र और स्थानीय निवासी इकट्ठा होकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और कुछ ही दिनों में जामिया में एग्जाम होने वाला है आशंका यह भी जताई जा रही है कि जामिया के छात्र इस एग्जाम का बहिष्कार करेंगे और लगातार इस प्रोटेस्ट को आगे बढ़ाएंगे क्योंकि उन्होंने अपनी मांग रखी है कि अगर सरकार जब तक सीएए को वापस नहीं ले लेती तब तक वे लोग अनवरत प्रोटेस्ट करते रहेंगे
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.