ग्रेटर नोएडा: शहर कि स्वच्छता मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए एचसीएल फाउंडेशन ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से हाथ मिलाया है. बुधवार को प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार और एसीईओ मेधा रूपम की मौजूदगी में ओएसडी रजनीकांत पांडे ने एचसीएल फाउंडेशन के साथ करार पर हस्ताक्षर किए. कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के अंतर्गत एचसीएल फाउंडेशन "मेरा स्वच्छ शहर" अभियान के अंतर्गत अगले तीन साल तक ग्रेटर नोएडा शहर को कूड़ा मुक्त बनाने के लिए निवासियों को जागरूक करने में सहयोग करेगा. इस मुहिम को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए ग्रेटर नोएडा में एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी बनाया जाएगा. इसके साथ ही ईकोटेक 12 स्थित एमआरएफ सेंटर को मशीनरी लगाकर संचालित करने में वित्तीय सहयोग भी करेगा.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर को साफ सुथरा बनाने के लिए स्वच्छता अभियान चला रहा है. जनरेटर को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के नियमों को लागू कर सभी बल्क वेस्ट जनरेटर से कूड़े को प्रोसेस कराया जा रहा है. गांव व सेक्टर में डोर टू डोर कलेक्शन सिस्टम लागू किया गया है. गीले और सुखे कूड़े को सेग्रिगेट कर प्रोसेस किया जाएगा. प्राधिकरण और एचसीएल फाउंडेशन मिलकर इस अभियान से ग्रेटर नोएडा वासियों को जोड़ते हुए जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है. इसी कड़ी में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में सीईओ एनजी रवि कुमार और एसीईओ मेधा रूपम की मौजूदगी में ओएसडी रजनीकांत पांडे और एचसीएल फाउंडेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आलोक वर्मा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इस जागरूकता अभियान के अंतर्गत एचसीएल फाउंडेशन गीले और सूखे कूड़े को अलग रखना उसे प्रोसेस करने, इधर-उधर कूड़ा न फेंकने, कूड़े से होने वाली बीमारियों और उनसे बचाव आदि के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाएगा.
फाउंडेशन की टीम सेक्टरों, गांवो व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगी. इसके साथ ही यूएनडीपी और एचडीएफसी बैंक द्वारा सेक्टर ईकोटेक 12 में निर्मित एमआरएफ सेंटर को एचसीएल फाउंडेशन मशीनरी लगाने के लिए फंड उपलब्ध कराएगी. प्राधिकरण के सीईओ ने एचसीएल फाउंडेशन से ग्रेटर नोएडा के किसी एक गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने का लक्ष्य दिया है. जिसमें न सिर्फ स्वछता के उच्च मानक स्थापित हों बल्कि अन्य सभी सुविधाएं भी उपलब्ध हो. उन्होंने फाउंडेशन को प्राधिकरण की तरफ से हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया है.
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