नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव हैं. इसके मद्देनजर ईटीवी भारत की टीम लगातार दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा इलाके में पहुंच रही है और वहां की ग्राउंड रिपोर्ट कर वहां की मुद्दे और समस्याओं को समझने की कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के (44) आर के पुरम विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे. (44)आर के पुरम विधानसभा क्षेत्र में भी दिल्ली के अन्य विधानसभाओं की तरह यहां की समस्याएं भी पानी, सीवर, सड़के मुख्य मुद्दे हैं.
लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी को मिली थी बढ़त
अगर बात आर के पुरम विधानसभा के मतदाताओ की करें तो पिछले लोकसभा चुनाव में सिर्फ इस विधानसभा से कुल वोट 85780 पड़े थे, जिसमें से बीजेपी के मीनाक्षी लेखी को 45274 वोट मिले. वहीं आम आदमी पार्टी के बृजेश गोयल को 12260 वोट मिले थे और कांग्रेश के अजय माकन को 26373 वोट मिले थे. 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रमिला टोकस चुनाव जीतने में कामयाब हुई.
'क्षेत्र में हमने 5 सालों में बहुत काम किया है'
आर के पुरम से विधायक प्रमिला टोकस का कहना है कि उन्होंने अपने 5 साल के कार्यकाल में बहुत काम किए हैं. जहां जनता की जो आवश्यकता रही उसको पूरा करने की कोशिश उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किया है. सीवर के लिए काम हुआ है, पानी के लिए भी काम हुआ है. अनेकों विकास के कार्य पिछले 5 सालों में किया गया है. इसी कामों की बदौलत आगामी चुनाव में हमें जनता एक बार फिर मौका देगी.
अपने कार्यकाल के 57 महीने विधायक ने कोई काम नहीं कराया
आर के पुरम से पूर्व विधायक रहे और बीजेपी नेता अनिल शर्मा ने बताया कि आर के पुरम विधानसभा क्षेत्र में कई समस्याओं से जनता जूझ रही है. गांव में सीवर की समस्या से लोग परेशान हैं. वहीं उनका कहना है कि विधायक ने अपने कार्यकाल के 57 महीने कोई काम नहीं किए आखरी के 3 महीने उनके द्वारा कुछ काम जरूर किए गए हैं.
आर के पुरम विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां के मुख्य समस्या पानी और सीवर की है. हालांकि विधायक का दावा है कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास के कई कार्य कराए हैं. वहीं पूर्व विधायक अनिल शर्मा का कहना है कि विधायक के द्वारा 57 महीने तक कोई कार्य नहीं किया गया.