ETV Bharat / state

सावधान! बांग्लादेश बॉर्डर से आ रहे नकली नोट, तस्कर ने किए चौंकाने वाले खुलासे - ओखला सब्जी मंडी

दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेश से नकली नोट लाकर दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने वाले तस्कर को गिरफ्तार किया है. सालभर में वो एक करोड़ रुपए से ज्यादा के जाली नोट खपा चुका है.

पुलिस गिरफ्त में आरोपी
author img

By

Published : Nov 7, 2019, 10:37 PM IST

नई दिल्ली: बांग्लादेश से जाली नोटों की खेप लाकर उसे दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने वाले एक तस्कर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी अमर मंडल ने पुलिस को बताया कि वो बीते एक साल में एक करोड़ रुपए से ज्यादा के नकली नोट भारतीय बाजार में खपा चुका है.

fake currency
बरामद किए गए नकली नोट

पुलिस ने उसके पास से लगभग सात लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं. पुलिस उसके पूरे गैंग को लेकर पूछताछ कर रही है.

डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार जाली नोटों की तस्करी को लेकर स्पेशल सेल की टीम काम कर रही थी. इस दौरान स्पेशल सेल को सूचना मिली कि बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए पश्चिम बंगाल के मालदा से जाली नोटों की खेप भारत आ रही है. इस सूचना पर इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की देखरेख में एक टीम ने जानकारी जुटाना शुरू किया.

ओखला से हुआ गिरफ्तार

कई महीनों की मेहनत के बाद पुलिस को पता चला कि मालदा के गुलाबगंज से ये जाली नोट आ रहे हैं. पुलिस को पता चला कि मालदा का रहने वाला अमर 6 नवंबर को जाली नोटों की खेप लेकर दिल्ली के ओखला सब्जी मंडी पर डिलीवरी करने आएगा. इस जानकारी पर पुलिस पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 2000 के 303 नोट बरामद हुए. वहीं 500 रुपये के 188 जाली नोट बरामद हुए. इस बाबत स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया है.

fake currency
एक करोड़ रुपए से ज्यादा के जाली नोट खपाए

तीन साल से सक्रिय है तस्कर

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो मालदा के कालीचक गांव का रहने वाला है. एजूल मियां उसे ये जाली नोट देता है. वो दिल्ली एनसीआर के अलावा बिहार में भी जाली नोटों की सप्लाई बीते 3 साल से कर रहा है. वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद कुछ समय के लिए बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले जाली नोट में कमी आई थी, लेकिन एक बार फिर अब ये काम तेजी से चल रहा है.

'एक करोड़ से ज्यादा के नोट खपाये'

आरोपी ने पुलिस को बताया कि बीते 1 साल में वो एक करोड़ रुपए से ज्यादा के जाली नोट खपा चुका है. पकड़े गए जाली नोट बेहतरीन क्वालिटी के हैं और इनके असली नकली होने का पता आसानी से नहीं लगाया जा सकता. इसमें बेहतर पेपर का इस्तेमाल किया गया है. रंग और सुरक्षा के सभी मानक भी लगभग इसमें मौजूद हैं.

गिरफ्तार किया गया अमर मंडल कालीचक का रहने वाला है. वो पहले अपने गांव में सब्जी बेचता था. वहां 3 साल पहले उसकी मुलाकात एजुल मियां से हुई जिसके झांसे में आकर वो जाली नोटों की तस्करी करने लगा.

नई दिल्ली: बांग्लादेश से जाली नोटों की खेप लाकर उसे दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने वाले एक तस्कर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी अमर मंडल ने पुलिस को बताया कि वो बीते एक साल में एक करोड़ रुपए से ज्यादा के नकली नोट भारतीय बाजार में खपा चुका है.

fake currency
बरामद किए गए नकली नोट

पुलिस ने उसके पास से लगभग सात लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं. पुलिस उसके पूरे गैंग को लेकर पूछताछ कर रही है.

डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार जाली नोटों की तस्करी को लेकर स्पेशल सेल की टीम काम कर रही थी. इस दौरान स्पेशल सेल को सूचना मिली कि बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए पश्चिम बंगाल के मालदा से जाली नोटों की खेप भारत आ रही है. इस सूचना पर इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की देखरेख में एक टीम ने जानकारी जुटाना शुरू किया.

ओखला से हुआ गिरफ्तार

कई महीनों की मेहनत के बाद पुलिस को पता चला कि मालदा के गुलाबगंज से ये जाली नोट आ रहे हैं. पुलिस को पता चला कि मालदा का रहने वाला अमर 6 नवंबर को जाली नोटों की खेप लेकर दिल्ली के ओखला सब्जी मंडी पर डिलीवरी करने आएगा. इस जानकारी पर पुलिस पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 2000 के 303 नोट बरामद हुए. वहीं 500 रुपये के 188 जाली नोट बरामद हुए. इस बाबत स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया है.

fake currency
एक करोड़ रुपए से ज्यादा के जाली नोट खपाए

तीन साल से सक्रिय है तस्कर

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो मालदा के कालीचक गांव का रहने वाला है. एजूल मियां उसे ये जाली नोट देता है. वो दिल्ली एनसीआर के अलावा बिहार में भी जाली नोटों की सप्लाई बीते 3 साल से कर रहा है. वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद कुछ समय के लिए बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले जाली नोट में कमी आई थी, लेकिन एक बार फिर अब ये काम तेजी से चल रहा है.

'एक करोड़ से ज्यादा के नोट खपाये'

आरोपी ने पुलिस को बताया कि बीते 1 साल में वो एक करोड़ रुपए से ज्यादा के जाली नोट खपा चुका है. पकड़े गए जाली नोट बेहतरीन क्वालिटी के हैं और इनके असली नकली होने का पता आसानी से नहीं लगाया जा सकता. इसमें बेहतर पेपर का इस्तेमाल किया गया है. रंग और सुरक्षा के सभी मानक भी लगभग इसमें मौजूद हैं.

गिरफ्तार किया गया अमर मंडल कालीचक का रहने वाला है. वो पहले अपने गांव में सब्जी बेचता था. वहां 3 साल पहले उसकी मुलाकात एजुल मियां से हुई जिसके झांसे में आकर वो जाली नोटों की तस्करी करने लगा.

Intro:नई दिल्ली
बांग्लादेश से जाली नोटों की खेप लाकर उसे दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने वाले एक तस्कर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी अमर मंडल ने पुलिस को बताया है कि वह बीते एक साल में एक करोड़ रुपए से ज्यादा के जाली नोट भारतीय बाजार में खपा चुका था. पुलिस ने उसके पास से लगभग सात लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए गए हैं. पुलिस उसके पूरे गैंग को लेकर पूछताछ कर रही है.Body:डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार जाली नोटों की तस्करी को लेकर स्पेशल सेल की टीम काम कर रही थी. इस दौरान स्पेशल सेल को सूचना मिली कि बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए पश्चिम बंगाल के मालदा से जाली नोटों की खेप भारत आ रही है. इस सूचना पर इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की देखरेख में एक टीम ने ऐसे गैंग के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया जो तस्करी में जुटे हुए हैं.


ओखला से गिरफ्तार हुआ तस्कर
कई महीनों की मेहनत के बाद पुलिस को पता चला कि मालदा के गुलाबगंज से यह जाली नोट आ रहे हैं. पुलिस को पता चला की मालदा का रहने वाला अमर मंडल अमर 6 नवंबर को जाली नोटों की खेप लेकर दिल्ली के ओखला सब्जी मंडी पर यह नोट डिलीवरी करने आयेगा. इस जानकारी पर पुलिस पहुंची और वहां जाकर अमर मंडल को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 2000 के 303 नोट बरामद हुए. वहीं 500 रुपये के 188 जाली नोट बरामद हुए. इस बाबत स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया है.


तीन साल से सक्रिय है तस्कर
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मालदा के कालीचक गांव का रहने वाला है. एजूल मियां उसे यह जाली नोट देता है. वह दिल्ली एनसीआर के अलावा बिहार में भी जाली नोटों की सप्लाई बीते 3 साल से कर रहा है. वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद कुछ समय के लिए बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले जाली नोट में कमी आई थी, लेकिन एक बार फिर अब यह काम तेजी से चल रहा है.


Conclusion:एक करोड़ से ज्यादा के नोट खपाये
आरोपी ने पुलिस को बताया कि बीते 1 साल में वह एक करोड़ रुपए से ज्यादा के जाली नोट खपा चुका है. पकड़े गए जाली नोट बेहतरीन क्वालिटी के हैं और इनके असली नकली होने का पता आसानी से नहीं लगाया जा सकता. इसमें बेहतर पेपर का इस्तेमाल किया गया है. रंग एवं सुरक्षा के सभी मानक भी लगभग इसमें मौजूद हैं. गिरफ्तार किया गया अमर मंडल कालीचक का रहने वाला है. वह पहले अपने गांव में सब्जी बेचता था. वहां 3 साल पहले उसकी मुलाकात एजुल मियां से हुई जिसके झांसे में आकर वह जाली नोटों की तस्करी करने लगा.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.