नई दिल्ली/नोएडा: जारचा थाना क्षेत्र के छायंसा गांव में 72 वर्षीय खेमचंद शर्मा ने सुसाइड कर लिया. बुजुर्ग की जेब से एक नोट मिला, जिसमें कई लोगों को नामजद करते हुए आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है. वहीं, परिजनों ने नोट में दर्ज लोगों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है.
नोट में सरला, देवेंद्र आर्य, जगदीश और गौरव राघव आदि पर आत्महत्या को उकसाने के लिए आरोप लगाए गए. लिखा है कि वह इन लोगों की वजह से परेशान है और इनसे तंग आकर आत्महत्या कर रहा है. उसके परिवार के लोगों से कोई विवाद नहीं है और ना ही उनका कोई दोष है.
खेमचंद ने अपने सुसाइड नोट में बताया कि सरला, जगदीश और देवेंद्र आर्य उन पर किसी पुराने विवाद को लेकर झूठे आरोप लगा रहे हैं और दबाव बनाकर जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं. जिसको लेकर वह काफी आहत है और आत्महत्या करने जा रहा है. साथ ही सुसाइड नोट में दूसरा कारण बताया गया कि उसके भाई राम कुमार शर्मा और उनके पुत्र नीतीश शर्मा अपनी वैगनआर कार से 22 जनवरी 2023 को किसी शादी में जा रहे थे. तभी इंडस्ट्री एरिया सिकंदराबाद के पास गेट नंबर 4 पर गौरव राघव एडवोकेट से उनकी गाड़ी टच हो गई. गौरव राघव आचरु कला बुलंदशहर का रहने वाला है. गाड़ी टच होने के बाद विवाद हो गया, जिसके बाद गौरव राघव ने अन्य वकीलों के साथ मिलकर सिकंदराबाद थाने में राजकुमार शर्मा उनके बेटे के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया. इसके बाद पुलिस ने राजकुमार शर्मा व उनके बेटा नितेश शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उपरोक्त दोनों कारणों से बुजुर्ग काफी आहत था.
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खेमचंद की आत्महत्या के बाद बुधवार को उनके भाई राम अवतार शर्मा ग्रामीणों के साथ जारचा थाने पहुंचे. जहां पर उन्होंने खेमचंद के सुसाइड नोट में दर्ज सभी लोगों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की है. पुलिस शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर रही है.
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