नई दिल्ली: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का समापन हो गया है. 4 दिन तक चले इस पूजा का समापन सोमवार सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हुआ. छठ पूजा को लेकर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बड़ी संख्या में छठ घाट बनाए गए थे, जहां पर छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर छठ महापर्व को किया. इस कड़ी में ग्रेटर कैलाश विधानसभा के चिराग दिल्ली में बने छठ घाट पर छठ व्रतियों ने उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.
छठ महापर्व की शुरुआत शुक्रवार को नहाए खाए, शनिवार को खरना और रविवार को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया. वहीं सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर पर्व का समापन हुआ. अर्घ्य देने के लिए बड़ी संख्या में छठी माई के भक्त छठ घाटों पर पहुंचे थे और भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर छठ पर्व दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में मनाया गया. इसी कड़ी में दक्षिण पूर्वी जिले के अलग-अलग इलाकों में बनाए गए छठ घाटों पर श्रद्धालुओं ने छठी मैया और भगवान सूर्य की आराधना कर छठ पर्व मनाया.
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छठ बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल इलाकों में होता था, लेकिन अब जब पूर्वांचल के लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में गए हैं तो यह पूरे देश में मनाया जा रहा है. वहीं राजधानी दिल्ली में भी छठ पूजा भव्य तरीके से मनाया गया. इसके लिए दिल्ली सरकार के तरफ से कृत्रिम छठ घाट बनाए गए थे. इसके अलावा सामाजिक संस्थाओं और स्थानीय लोगों के द्वारा भी कई छठ घाट बनाए गए थे, जहां पर लाखों छठ व्रतियों ने छठ व्रत किया.
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