नई दिल्ली/नोएडा: थाना बीटा-2 पुलिस ने प्लॉट देने के नाम पर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी (Fraud in the name of giving plot) करने वाले आरोपी को सेक्टर बीटा मार्केट से गिरफ्तार किया है. आरोपी ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से मिले अपने प्लॉट की एवज 10 लाख रुपए धोखाधड़ी कर हड़प लिए और उसके बाद प्लाट की रजिस्ट्री करने से मना कर दिया. जब पीड़िता ने अपने पैसे वापस मांगे तो उसके साथ गाली गलौज व मारपीट की.
इस मामले में नोएडा सेक्टर 50 निवासी मंजू सभरवाल ने थाना बीटा 2 क्षेत्र में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि सूरजपुर निवासी रुमाल सिंह, पप्पन, राजू, वीरू और जीतू ने प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी कर 10 लाख रुपए हड़प लिए. आरोपियों ने पीड़िता को बताया कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने उनकी जमीन का अधिग्रहण किया है, जिसकी एवज में उन्हें 5% आवासीय भूखंड मिला है. उसी 560 मीटर आवासीय प्लॉट के लिए आरोपियों ने पीड़ित से इकरारनामा किया और उसकी एवज में कई बार में 10 लाख रुपए पीड़िता ने आरोपियों को दिए.
रुपए लेने के बाद भी काफी दिनों तक उन्होंने मंजू के पक्ष में प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की, जिसके बाद मंजू सब्बरवाल ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पीड़िता के साथ गाली- गलोच कर अभद्रता की, जिसके बाद मंजू सब्बरवाल ने जिला न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई.
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थाना बीटा 2 प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया कि जिला न्यायालय के आदेश पर थाना बीटा 2 में पांच आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य कई धाराओं में मामला दर्ज हुआ. बीटा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी सूरजपुर निवासी रुमाल सिंह को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अनिल राजपूत ने बताया कि प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी करने के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मामले में चार अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जल्दी ही उनको भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा.
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