नई दिल्ली: डीडीए के तुगलकाबाद में रविदास मंदिर तोड़ने का मुद्दा सियासी तूल पकड़ता जा रहा है. इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने अपना विरोध दर्ज कराया है. साथ ही इसके खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी भी लिखी है.
इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज और मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सीधे तौर पर केंद्र सरकार और डीडीए को आड़े हाथों लिया. राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि 10 अगस्त को सुबह 8 बजे तुगलकाबाद स्थित रविदास मंदिर को तोड़कर डीडीए यहां की मूर्ति उठाकर ले गई.
सरकारी दस्तावेजों में भी है उल्लेख
राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि सिकंदर लोदी के समय में संत रविदास उस जगह पर आए थे और वहां उन्होंने आश्रम बनाया था. वहां एक तालाब भी था, जिसका उल्लेख सरकारी दस्तावेजों में भी है. वहीं पर संत रविदास जी का मंदिर बनाया गया था. जिसे अब डीडीए ने तोड़ दिया है.
उन्होंने कहा कि देश भर में करीब 30 करोड़ लोग हैं. जिनकी आस्था संत रविदास जी पर है, फिर भी लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मैंने प्रधानमंत्री को एक पत्र भी लिखा है और उनसे आग्रह की है कि करोड़ों लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए यहां पर पुनः संत रविदास का मंदिर बनवाया जाए.
'सरकार बार-बार इस मामले को कोर्ट में डालती रही'
वहीं आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज भी इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर खूब बरसे. सौरभ ने कहा कि केंद्र सरकार बार-बार इस मामले को कोर्ट में डालती रही. डीडीए ने इस मंदिर के खिलाफ मुकदमा भी लड़ा. डीडीए के पास यह विकल्प था कि वह इनको इनकी जमीन दे दे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
उन्होंने यह भी कहा कि डीडीए दुनियाभर में लोगों को जमीन बांट रही है, लेकिन आज रविदास मंदिर के लिए 100 गज जमीन देना उसके लिए मुश्किल हो रहा है. इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की चुप्पी पर भी सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया.
सौरभ भारद्वाज और राजेंद्र पाल गौतम के साथ दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर और मंगोलपुरी से विधायक राखी बिड़लान और कोंडली से विधायक मनोज कुमार भी मौजूद रहे. सभी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और डीडीए की आलोचना की.