नई दिल्ली: प्रतिवर्ष 19 से 25 नवम्बर तक विश्व धरोहर सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में राजधानी दिल्ली की ऐतिहासिक इमारत कुतुबमीनार में प्रचीन तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाई गई है. जिसे आम लोग सप्ताह भर देख सकते हैं और अपने इतिहास के बारे में जनकारी ले सके, लेकिन इस बार ये विश्व धरोहर सप्ताह कोरोना की भेंट चढ़ गया है.
कुतुबमीनार पर पसरा सन्नाटा
ईटीवी भारत की टीम कुतुबमीनार पर पहुंची तो देखा यहां पच्चासों सालों पुरानी तस्वीरों से लेकरअभी तक कई ऐतिहासिक तस्वीरों की प्रदर्शनियां लगाई गई हैं और पूरी जगह रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा रहा है, लेकिन यहां कोरोना के कारण इसका रंग फीका पड़ता दिखाई दिए.
जहां पहले हजारों की संख्या में यहां पर्यटक इसका दीदार करने पहुंचते थे, वहीं अबकी बार यहां से लोग नदारद दिखाई दिए. और आज विश्व धरोहर सप्ताह के आखिरी दिन भी यहां सन्नाटा पसरा हुआ है.
क्यों मनाते हैं विश्व धरोहर सप्ताह
यूनेसको द्वारा प्रतिवर्ष 19 से 25 नवंबर तक विश्व धरोहर सप्ताह मनाया जाता है. इसका उद्देश्य स्मारकों के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरुक करना और उन्हें भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखना है.
हेरिटेज वीक मनाने का सबसे प्रमुख कारण देश की सांस्कृतिक धरोहरों और स्मारकों के बारे में लोगों को बताना साथ ही इनकी रक्षा के लिए लोगों को जागरुक करना है. प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपरा को बचाने के साल साल में एक सप्ताह हेरिटेज वीक के तौर पर मनाया जाता है.