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डॉक्टर डे पर गंगा राम हॉस्पिटल में ओपीडी सेवा होगी बहाल

दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के इलाज पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. इसके चलते नॉन कोविड गंभीर मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. इन मरीजों की समस्या को ध्यान में रखते हुए सर गंगाराम अस्पताल के मुख्य अस्पताल को ओपीडी सेवा के लिये खोलने का फैसला किया गया है.

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Published : Jun 30, 2020, 8:42 PM IST

OPD facilities to be resumed after three months in Sir Gangaram Hospital
सर गंगाराम अस्पताल में तीन महीने बाद फिर शुरू होंगी ओपीडी सुविधाएं

नई दिल्ली: कोविड महामारी के कारण गंगाराम हॉस्पिटल में तीन महीने से बंद पड़ी ओपीडी सेवा 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है. यह पहले की तरह नार्मल ओपीडी सेवा है. अब एक दिन में सिर्फ 10 मरीजों को देखने की सीमा समाप्त हो गयी है. पहले की तरह सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक पेशेंट को देखा जायेगा. इस दौरान पेशेंट प्रोटेक्शन प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

सर गंगाराम अस्पताल में तीन महीने बाद फिर शुरू होंगी ओपीडी सुविधाएं

कुछ इस तरह की है तैयारियां

हॉस्पिटल कैंपस में पेशेंट के लिए मकेशिफ्ट वेटिंग एरिया बनाया गया है, सभी पेशेंट यहीं रुकेंगे. उनके लिये सीटिंग अरेंजमेंट और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए ही की गई है. वेटिंग एरिया में आने के पहले बाहर ही पेशेंट का थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी. अगर उनके बॉडी का टेंपरेचर ज्यादा हुआ तो उन्हें कोविड क्लीनिक भेज दिया जायेगा और नार्मल टेंपरेचर होने पर वेटिंग एरिया में उन्हें भेज दिया जायेगा.


अच्छी बात यह है कि ओपीडी में एक-एक पेशेंट को डॉक्टर के चैंबर के पास भेजा जायेगा, लेकिन इससे पहले उन्हें अच्छी तरह से सैनीटाइज किया जाएगा. पेशेंट को देखने के बाद फिर से ओपीडी को सैनीटाइज किया जायेगा. हर पेशेंट को देखने के बाद यही प्रक्रिया दोहराई जाएगी. ओपीडी में पेशेंट को देखने वाले डॉक्टर्स का चैम्बर ग्रीन कोविड सेफ जोन में होगा ताकि डॉक्टर पूरी तरह से सुरक्षित रह सकें.

इस तरह सोशल डिस्टेंस बनाया जायेगा

हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डीएस राणा ने बताया कि नॉन कोविड फैसिलिटी को ध्यान में रखते हुए ही मुख्य गंगा राम अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव किया गया है, ताकि बदले माहौल में सोशल डिस्टेंस बरकार रहे. ऐसा विशेषकर इस तथ्य को ध्यान में रखकर किया गया है, क्योंकि 70 फीसदी मरीजों में कोविड के लक्षण नहीं दिखते. जितने पेशेंट आएंगे सभी को देखा जायेगा. मौजूदा स्थिति में डॉक्टर एक घंटे में अधिकतम चार मरीजों को ही देख रहे हैं. ओपीडी के बाहर मरीजों की भीड़ नहीं लगने दी जा रही है. लेकिन एक जुलाई से तस्वीरें बदल जायेगी.


कोरोना से सुरक्षित

डॉ. राणा ने बताया कि यह अस्पताल ग्रुप का मुख्य अस्पताल है और नॉन कोविड फैसिलिटी होने की वजह से इसे कोरोना के संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित बताया गया है. अस्पताल के चेयरमैन डीएस राणा ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड के मरीजों के इलाज पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में भी ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है. इसके चलते नॉन कोविड गंभीर मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. इन मरीजों की समस्या को ध्यान में रखते हुए सर गंगाराम अस्पताल के मुख्य अस्पताल को ओपीडी सेवा के लिये खोलने का फैसला किया गया है.

नई दिल्ली: कोविड महामारी के कारण गंगाराम हॉस्पिटल में तीन महीने से बंद पड़ी ओपीडी सेवा 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है. यह पहले की तरह नार्मल ओपीडी सेवा है. अब एक दिन में सिर्फ 10 मरीजों को देखने की सीमा समाप्त हो गयी है. पहले की तरह सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक पेशेंट को देखा जायेगा. इस दौरान पेशेंट प्रोटेक्शन प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

सर गंगाराम अस्पताल में तीन महीने बाद फिर शुरू होंगी ओपीडी सुविधाएं

कुछ इस तरह की है तैयारियां

हॉस्पिटल कैंपस में पेशेंट के लिए मकेशिफ्ट वेटिंग एरिया बनाया गया है, सभी पेशेंट यहीं रुकेंगे. उनके लिये सीटिंग अरेंजमेंट और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए ही की गई है. वेटिंग एरिया में आने के पहले बाहर ही पेशेंट का थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी. अगर उनके बॉडी का टेंपरेचर ज्यादा हुआ तो उन्हें कोविड क्लीनिक भेज दिया जायेगा और नार्मल टेंपरेचर होने पर वेटिंग एरिया में उन्हें भेज दिया जायेगा.


अच्छी बात यह है कि ओपीडी में एक-एक पेशेंट को डॉक्टर के चैंबर के पास भेजा जायेगा, लेकिन इससे पहले उन्हें अच्छी तरह से सैनीटाइज किया जाएगा. पेशेंट को देखने के बाद फिर से ओपीडी को सैनीटाइज किया जायेगा. हर पेशेंट को देखने के बाद यही प्रक्रिया दोहराई जाएगी. ओपीडी में पेशेंट को देखने वाले डॉक्टर्स का चैम्बर ग्रीन कोविड सेफ जोन में होगा ताकि डॉक्टर पूरी तरह से सुरक्षित रह सकें.

इस तरह सोशल डिस्टेंस बनाया जायेगा

हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डीएस राणा ने बताया कि नॉन कोविड फैसिलिटी को ध्यान में रखते हुए ही मुख्य गंगा राम अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव किया गया है, ताकि बदले माहौल में सोशल डिस्टेंस बरकार रहे. ऐसा विशेषकर इस तथ्य को ध्यान में रखकर किया गया है, क्योंकि 70 फीसदी मरीजों में कोविड के लक्षण नहीं दिखते. जितने पेशेंट आएंगे सभी को देखा जायेगा. मौजूदा स्थिति में डॉक्टर एक घंटे में अधिकतम चार मरीजों को ही देख रहे हैं. ओपीडी के बाहर मरीजों की भीड़ नहीं लगने दी जा रही है. लेकिन एक जुलाई से तस्वीरें बदल जायेगी.


कोरोना से सुरक्षित

डॉ. राणा ने बताया कि यह अस्पताल ग्रुप का मुख्य अस्पताल है और नॉन कोविड फैसिलिटी होने की वजह से इसे कोरोना के संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित बताया गया है. अस्पताल के चेयरमैन डीएस राणा ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड के मरीजों के इलाज पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में भी ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है. इसके चलते नॉन कोविड गंभीर मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. इन मरीजों की समस्या को ध्यान में रखते हुए सर गंगाराम अस्पताल के मुख्य अस्पताल को ओपीडी सेवा के लिये खोलने का फैसला किया गया है.

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