नई दिल्लीः बीते दिनों लगातार बारिश के कारण दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका इलाके एक एमसीडी स्कूल की दीवार गिर गई थी. इस दीवार से सटे दर्जनों घर हैं, जिन पर खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में स्थानीय निवासी बरसात के नाम से खौफ में हैं. वहीं, स्थानीय निगम पार्षद का मानना है कि निगम की लापरवाही के कारण घटना हुई है और जल्द इसे ठीक कर लिया जाएगा.
मुनिरका में हर तरफ तंग गलियां हैं, जहां स्कूल की दीवार गिरी है, इससे सटे कई मकान हैं. स्कूल की दीवार गिरने के बाद घरों के सामने जो सड़क है, वह नीचे से खोखली हो गई है. सड़कों के नीचे खोखला होने के चलते, इन सभी मकानों पर खतरा मंडरा रहा है. लोगों का कहना है कि आसमान में काले बादल देखकर ही डर लगता है. सड़क के नीचे की मिट्टी खोखली हो गई है. डर है कि स्कूल की बाउंड्री से सटे मकान कभी भी गिर सकते हैं.
स्थानीय RWA का कहना है कि यह बेहद लापरवाही की बात है. स्थानीय RWA ने काउंसलर और विधायक दोनों को ही इस घटना की जानकारी दी थी. कई दिन बीतने के बाद भी, अभी तक यहां मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया गया है.
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यह स्कूल एमसीडी का है. ऐसे में स्थानीय पार्षद भगत सिंह टोकस ने बताया कि घटना की जानकारी पहले से है. इसे जल्द ठीक कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं. एमसीडी की लापरवाही के चलते यह दीवार गिरी है. जल्द फॉरी राहत के लिए कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि स्थानीय लोगों को कोई समस्या न आए.
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बता दें कि मुनिरका गांव पहाड़ी पर बसा हुआ है. यहां ऊंची इमारतें और तंग गलियां हैं. चारों तरफ पानी की पाइप लाइन बिछी हुई है. मुनिरका में सीवेज सिस्टम बहुत ही खराब है.