नई दिल्ली: मेट्रो के चौथे फेज में बन रही तुगलकाबाद-एयरोसिटी लाइन के रूट में बदलाव किया गया है. भारतीय पुरातत्व विभाग के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है. पहले मेट्रो कुतुब मीनार सहित महरौली की कई ऐतिहासिक स्थलों के पास से गुजरने वाली थी, लेकिन अब एएसआई की पहल पर इसमें बदलाव किया गया है. इसकी वजह से चार मेट्रो स्टेशन एवं इंटरचेंज स्टेशन में भी बदलाव होगा.
डीएमआरसी सूत्रों के अनुसार मेट्रो के चौथे फेज में तुगलकाबाद से एयरोसिटी के बीच मेट्रो की सिल्वर लाइन चलेगी. इसके लिए निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है, लेकिन अब इसका रूट पहले से कुछ अलग होगा. वहीं इसकी लंबाई भी लगभग 3.4 किलोमीटर ज्यादा होगी. पहले इस लाइन को महरौली स्थित कुतुब मीनार के पास से निकालना था. डीएमआरसी भीड़भाड़ वाले इस क्षेत्र को मेट्रो की सुविधा पास में देना चाहती थी, लेकिन एएसआई ने इस पर आपत्ति जताई है. इसके बाद डीएमआरसी को इस लाइन के लिए नया रूट बनाना पड़ा है. हालांकि यह बताया जा रहा है कि यह दूरी 500 मीटर से एक किलोमीटर के बीच होगी.
रूट में आएगा यह बदलाव
डीएमआरसी के अनुसार पहले की तरह अब भी इस रूट पर कुल 15 मेट्रो स्टेशन होंगे. पहले यहां एयरोसिटी, महिपालपुर, वसंत कुंज, मसूदपुर, किशनगढ़, मेहरौली, लाडो सराय, साकेत जी ब्लॉक, अंबेडकर नगर, खानपुर, संगम विहार तिगड़ी, आनंदमयी मार्ग, तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी और तुगलकाबाद स्टेशन बनने थे. इनमें से अब मसूदपुर, किशनगढ़, महरौली और लाडो सराय स्टेशन 4 नए स्टेशनों से बदल दिए गए हैं. यह स्टेशन होंगे
येलो लाइन के समय भी हुआ था बदलाव
डीएमआरसी सूत्रों के अनुसार 15 साल पहले जब यहां पर मेट्रो की येलो लाइन बनाई गई थी तो उस समय भी कुतुब मीनार के चलते मेट्रो लाइन को कुछ दूर शिफ्ट किया गया था. दरअसल कुतुब मीनार के पास से गुजरने की वजह से इसका व्यू खराब हो रहा था जिसके चलते एएसआई ने डीएमआरसी को लाइन कुछ दूर ले जाने के निर्देश दिए थे. इसी तर्ज पर अब मेट्रो की सिल्वर लाइन को भी क़ुतुब मीनार से दूर रखा गया है. डीएमआरसी को उम्मीद थी कि भूमिगत मेट्रो होने के चलते उन्हें एएसआई से अनुमति मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका. डीएमआरसी के अनुसार अब बनने वाली सिल्वर लाइन में 19.3 किलोमीटर लाइन भूमिगत होगी जबकि 4 पॉइंट 3 किलोमीटर सेक्शन एलिवेटेड होगा.