नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम जिले के AATS स्टाफ की टीम ने ऑटो लिफ्टिंग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो चोर, एक सप्लायर और एक मैकेनिक को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने 9 चोरी के केस को वर्कआउट कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 12 दोपहिया वाहन, वाहनों के इंजन चेसेज, पुर्जे, साइलेंसर समेत भारी मात्रा में अन्य सामान भी इनके कब्जे से बरामद किया गया है. इसके साथ ही अपराध में इस्तेमाल एक टेंपो को भी टीम ने जब्त किया है.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जितेंद्र, आस मोहम्मद, दीपक और जसवीर के रूप में की गई है. आरोपी जितेंद्र और आस मोहम्मद मोटरसाइकिल चोरी की घटना को अंजाम देते थे, उसके बाद दीपक जो कबाड़ी का काम करता है उसे बेच देते थे. दीपक खरीदी हुई मोटरसाइकिल को कबाड़ी जसवीर सिंह को देता था जो मायापुरी, विकासपुरी में गोदाम में इन वाहनों की चेसिस नंबर, इंजन आदि को बदलकर बेचता था.
दक्षिण पश्चिम जिले के एडिशनल डीसीपी राजीव कुमार ने बताया कि 15 फरवरी को किशनगढ़ गांव के एक होंडा एक्टिवा स्कूटी के चोरी होने के संबध में एक शिकायतकर्ता ने ईएफआईआर के जरिए शिकायत दर्ज कराई थी. इसी प्रकार की एक और शिकायत बजाज डिस्कवर मोटरसाइकिल चोरी के मामले में ईएफआईआर के जरिए थाना किशनगढ़ में दर्ज कराई गई. एक ही दिन में दो-दो वाहन चोरी की घटना किशनगढ़ थाने में दर्ज की गई. अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एसीपी देवेंद्र कुमार सिंह ने AATS इंस्पेक्टर गौतम मलिक की देखरेख में छानबीन के लिए टीम का गठन किया, जिसमें एसआई सुरेश कुमार, संजीव बालियान, एएसआई हेमंत शर्मा, जयपाल, हेड कॉन्स्टेबल हरिओम, मोहित, राघवेंद्र, रविंदर, राकेश और कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र को शामिल किया गया.
9 चोरी के मामलों का खुलासा: AATS की टीम ने जांच करते हुए घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज की गहनता के साथ जांच की. सीसीटीवी फुटेज के दौरान एक टेंपो ग्रामीण सेवा को देखा गया, लेकिन पकड़े गए टेंपो की संख्या पूरी नहीं थी. पंजीकरण संख्या में कुछ नंबर स्पष्ट नहीं थे, जिसके बाद टीम ने एएनपीआर कैमरे द्वारा जांच की गई, जिसके बाद टेंपो की पूरी संख्या की पहचान की गई. उक्त टेंपो चालक जितेंद्र उर्फ जीतू नाम के चालक को टीम ने पकड़ लिया. पहले तो टेंपो चालक ने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन लगातार पूछताछ करने के बाद उसने एक मैकेनिक आस मोहम्मद उर्फ कैफ और उस समय आरोपी व्यक्ति द्वारा पहने गए कपड़े और टोपी के आधार पर उसके द्वारा अपराध को अंजाम देने का खुलासा हुआ, जिसके बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसके पास से चोरी के सामान भी बरामद किए गए. वहीं इससे पूछताछ में एक कबाड़ी से सप्लायर दीपक पाल का खुलासा हुआ. इस मामले में उक्त सप्लायर दीपक पाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसने खुलासा किया कि उसने आरोपी आस मोहम्मद द्वारा दिए गए बयानों को मायापुरी में एक कबाड़ी मालिक जसवीर सिंह को बेच दिया है, जिसके बाद पूछताछ करते हुए पुलिस ने आरोपी जसवीर को भी गिरफ्तार कर लिया है. जसवीर के गोदाम से दोपहिया वाहनों के कई पूर्जे बरामद किए गए. आरोपियों से लगातार पूछताछ पर चोरी के 12 दोपहिया वाहन जिनमें मोटरसाइकिल, बुलेट और स्कूटी शामिल है. साथ ही कई पुर्जे भी बरामद किए गए हैं. इनकी गिरफ्तारी के साथ अब तक 9 चोरी के मामलों का खुलासा किया गया है. बाकी की जांच की जा रही है और इनके कब्जे से एक अपराध में इस्तेमाल टेंपो को भी जप्त किया गया है.
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