नई दिल्ली: कचरा प्रबंधन किसी भी शहर की बड़ी चुनौतियों में से एक होता है. ऐसा ही हाल दिल्ली की दिलशाद कॉलोनी का है. यहां के ई-ब्लॉक के लोग पिछले कुछ सालों से कूड़े की समस्या से परेशान हैं. क्योंकि यहां प्रशासन का कोई ध्यान नहीं जाता. जिसकी वजह से कूड़े का कारोबार करने वाले दूसरे इलाकों का कूड़ा लाकर यहां फेंक जाते हैं. हद तो ये है कि अब इन लोगों ने सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से दुकान भी लगाना शुरू कर दिया है, लेकीन पिछले 6 सालों से दिल्ली की लगभग तमाम एजेंसियों से शिकायत के बाद भी ये परेशानी दूर नहीं हो रही है.
सड़क पर लगती कूड़े की ठेलियां
वीडियो में दिख रही ये दिलशाद कॉलोनी ई-ब्लॉक की वह सड़क है, जो न्यू सीमापुरी की तरफ जाती है. इस पर कतार से खड़े ये जो रिक्शे आपको दिख रहे हैं, इनमे दिल्ली के दूसरे इलाकों का कूड़ा है, जिसे यहां लाकर छांटा जाता है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि रोजाना ही ये लोग यहां बाहर से लाया हुआ कूड़ा फैलाते हैं, उससे ये प्लास्टिक और अन्य सामान निकाल लेते हैं और शेष गीला कूड़ा यहीं फेंक देते हैं. इसकी वजह से यहां इतनी बदबू रहती है कि रात को घर के अंदर सोना भी मुश्किल हो जाता है.
प्रशासन नहीं देता ध्यान
स्थानीय निवासी ब्रजेश जैन बताते हैं कि ये समस्या पिछले 6 साल से है. तब से लेकर आज तक दिल्ली का शायद ही कोई संबंधित विभाग या उसके अधिकारी होंगे, जिससे ये नहीं मिले होंगे और अपनी लिखित शिकायत उन्हें नहीं दी होगी. लेकिन आज तक उनकी शिकायत का कोई ठोस समाधान नहीं हुआ. इसकी वजह से इन कूड़े वालों का हौसला इतना बढ़ गया है कि अब तो उन्होंने सड़क के किनारे ही पार्क की दीवार के साथ अपनी दुकाने भी जमा लीं हैं. अब उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे अपनी फरियाद किसके पास लेकर जाएं.