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Delhi Cyber Crime: साइबर ठगों ने लगाया करोड़ों का चूना, 'मैजिक कॉल एप' के जरिए की ठगी, नाबालिग सहित 5 गिरफ्तार - डीसीपी साउथ चंदन चौधरी

राजधानी दिल्ली समेत देशभर में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ठग भी लोगों को शिकार बनाने के नए-नए तरीके खोज रहे हैं. फिलहाल पुलिस ने राजधानी में अगल-अलग लोगों से करोड़ों की ठगी मामले में नाबालिग सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

साइबर ठगों ने लगाया करोड़ों का चूना
साइबर ठगों ने लगाया करोड़ों का चूना
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Published : Aug 2, 2023, 7:30 PM IST

नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली के साइबर थाने की पुलिस ने ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस टीम ने चीटिंग के मामले में 5 लोगों को बिहार से पकड़ा है. आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है. यह गैंग 11 करोड़ की चीटिंग की वारदात को अंजाम दे चुका है. पुलिस ने इनके कब्जे से लाखों के कैश, कार्ड, चेक बुक, कई मोबाइल, सिम इत्यादि बरामद किए हैं.

डीसीपी साउथ चंदन चौधरी ने बताया कि 8 जुलाई को एक सीनियर सिटीजन ने लाखों की चीटिंग की शिकायत साइबर थाना में दर्ज कराई थी. बताया था कि उसके पास आरोही झा नाम की एक लड़की का कॉल आया. उस लड़की ने कहा कि वह उनके नजदीकी सहयोगी की बेटी है. उनकी मां बिहार में एक हॉस्पिटल में एडमिट है, उसके इलाज के लिए पैसे की जरूरत है. मदद मिलने के कुछ दिनों बाद फिर उसने कॉल करके कहा कि उसकी मां की मौत हो गई है, क्रिया कर्म के लिए उन्हें पैसे की जरूरत है. पीड़ित बुजुर्ग ने उसे और पैसे भेज दिए. कुछ दिन के बाद फिर फोन आया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है और वह न्यूरो हॉस्पिटल में एडमिट है. पीड़ित ने और पैसे मदद के लिए उसे ट्रांसफर कर दिया. बाद में पता चला कि उसके साथ चीटिंग की गई है.

चीटिंग मामले में 5 गिरफ्तार: साइबर थाना ने एफआईआर दर्ज कर टेक्निकल सर्विलांस की मदद से मामले की छानबीन शुरू की. जांच के दौरान पुलिस ने उस अकाउंट का पता लगाया, जिसमें ठगी का अमाउंट मंगवाया गया था. वहां पता चला कि चीटिंग का रकम अलग-अलग चार बैंक अकाउंट में गया था, जिसमें से दो बैंक अकाउंट सुमन कुमार के नाम से था. तीसरा बैंक अकाउंट आशीष कुमार के नाम पर था.

पुलिस इस मामले में आगे की जांच की तो पता चला यह दोनों आरोपी एनडीपीएस एक्ट के मामले में बिहार के सुपौल में जेल में बंद है. फिर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर दोनों को लिया. इसके अलावा तीन और आरोपी को भी पुलिस ने पकड़ा, जिसमें विवेक कुमार, अभिषेक कुमार और एक नाबालिग शामिल था. इनके पास से पुलिस ने 7 मोबाइल, एक लैपटॉप, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, 5 सिम, 3 डेबिट कार्ड, 3 पोस्ट डेटेट चेक जिस पर 26 लाख अमाउंट भरा हुआ था. इसके साथ 1 लाख 78 हजार 500 कैश बरामद किया.

अब तक 11 करोड़ की चीटिंग: पूछताछ में सुमन कुमार ने बताया कि वह आशीष कुमार के साथ मिलकर अब तक 11 करोड़ की चीटिंग कर चुका है. यह लोग लोगों को फेसबुक के जरिए पता करते थे. वहीं से डिटेल लेकर "मैजिक कॉल ऐप" के जरिए आवाज चेंज करके बात करके फिर "व्यापार एप" से फर्जी इनवॉइस क्रिएट करते थे. फिर हॉस्पिटल का बहाना बनाकर लोगों से पैसे की ठगी करते थे. पुलिस मामले में आगे और छानबीन कर रही है.

ये भी पढ़ें: Crime in Noida: नोएडा में साइबर ठगों ने लोगों को लगाया 8 लाख का चूना, 4 लोगों से अलग-अलग तरीके से ठगी

ये भी पढ़ें: दो करोड़ रुपए न देने पर प्रॉपर्टी डीलर के घर पर फायरिंग, गैंगस्टर काला जठेड़ी के नाम पर डराया

नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली के साइबर थाने की पुलिस ने ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस टीम ने चीटिंग के मामले में 5 लोगों को बिहार से पकड़ा है. आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है. यह गैंग 11 करोड़ की चीटिंग की वारदात को अंजाम दे चुका है. पुलिस ने इनके कब्जे से लाखों के कैश, कार्ड, चेक बुक, कई मोबाइल, सिम इत्यादि बरामद किए हैं.

डीसीपी साउथ चंदन चौधरी ने बताया कि 8 जुलाई को एक सीनियर सिटीजन ने लाखों की चीटिंग की शिकायत साइबर थाना में दर्ज कराई थी. बताया था कि उसके पास आरोही झा नाम की एक लड़की का कॉल आया. उस लड़की ने कहा कि वह उनके नजदीकी सहयोगी की बेटी है. उनकी मां बिहार में एक हॉस्पिटल में एडमिट है, उसके इलाज के लिए पैसे की जरूरत है. मदद मिलने के कुछ दिनों बाद फिर उसने कॉल करके कहा कि उसकी मां की मौत हो गई है, क्रिया कर्म के लिए उन्हें पैसे की जरूरत है. पीड़ित बुजुर्ग ने उसे और पैसे भेज दिए. कुछ दिन के बाद फिर फोन आया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है और वह न्यूरो हॉस्पिटल में एडमिट है. पीड़ित ने और पैसे मदद के लिए उसे ट्रांसफर कर दिया. बाद में पता चला कि उसके साथ चीटिंग की गई है.

चीटिंग मामले में 5 गिरफ्तार: साइबर थाना ने एफआईआर दर्ज कर टेक्निकल सर्विलांस की मदद से मामले की छानबीन शुरू की. जांच के दौरान पुलिस ने उस अकाउंट का पता लगाया, जिसमें ठगी का अमाउंट मंगवाया गया था. वहां पता चला कि चीटिंग का रकम अलग-अलग चार बैंक अकाउंट में गया था, जिसमें से दो बैंक अकाउंट सुमन कुमार के नाम से था. तीसरा बैंक अकाउंट आशीष कुमार के नाम पर था.

पुलिस इस मामले में आगे की जांच की तो पता चला यह दोनों आरोपी एनडीपीएस एक्ट के मामले में बिहार के सुपौल में जेल में बंद है. फिर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर दोनों को लिया. इसके अलावा तीन और आरोपी को भी पुलिस ने पकड़ा, जिसमें विवेक कुमार, अभिषेक कुमार और एक नाबालिग शामिल था. इनके पास से पुलिस ने 7 मोबाइल, एक लैपटॉप, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, 5 सिम, 3 डेबिट कार्ड, 3 पोस्ट डेटेट चेक जिस पर 26 लाख अमाउंट भरा हुआ था. इसके साथ 1 लाख 78 हजार 500 कैश बरामद किया.

अब तक 11 करोड़ की चीटिंग: पूछताछ में सुमन कुमार ने बताया कि वह आशीष कुमार के साथ मिलकर अब तक 11 करोड़ की चीटिंग कर चुका है. यह लोग लोगों को फेसबुक के जरिए पता करते थे. वहीं से डिटेल लेकर "मैजिक कॉल ऐप" के जरिए आवाज चेंज करके बात करके फिर "व्यापार एप" से फर्जी इनवॉइस क्रिएट करते थे. फिर हॉस्पिटल का बहाना बनाकर लोगों से पैसे की ठगी करते थे. पुलिस मामले में आगे और छानबीन कर रही है.

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