नई दिल्ली: कोरोना काल में जब वायरस के कारण पूरी दुनिया में लोग पीड़ित थे, तब डॉक्टरों के साथ नर्सों ने भी अहम भूमिका निभाई थी. कोविड संकट के दौरान इन हेल्थ वर्करों ने, कोरोना वॉरियर बनकर हमार हिफाजत की थी. इन्हीं नर्सों को समर्पित इंटरनेशनल नर्सेज डे के मौके पर शुक्रवार को सफदरजंग अस्पताल में नर्सेज यूनियन की तरफ से रक्तदान शिविर आयोजित किया गया.
इसमें नर्सिंग स्टॉफ से लेकर डॉक्टर्स, सिक्योरिटी गार्ड और दिल्ली पुलिस के कुछ रिटायर्ड कर्मचारियों सहित आम जनता ने भी हिस्सा लिया. इस बारे में नर्सिंग यूनियन के अध्यक्ष आर मोगा ने बताया कि, इंटरनेशनल नर्सेज डे के अवसर पर यूनियन ने लोगों के लिए कुछ करने की सोची. चूंकि मरीजों के सामने सबसे बड़ी खून को लेकर होती है, इसलिए हमने रक्तदान शिविर लगाने का फैसला किया. शिविर में हमने 100 यूनिट ब्लड इकठ्ठा करने का टारगेट रखा था.
उन्होंने यह अपील की, कि सभी लोग रक्तदान जरूर करें. साथ ही उन्होंने रक्तदान के फायदे भी गिनवाए और बताया कि एक यूनिट रक्त से चार जिंदगीयां बच सकती हैं. साथ ही इससे व्यक्ति को स्वस्थ रहने में भी मदद मिलती है. शिविर में आए लोगों को गुलाब का फूल, टी शर्ट और सर्टिफिकेट देकर प्रोत्साहित किया गया.
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दरअसल इंटरनेशनल नर्सेज डे को पहली बार जनवरी 1974 में मनाया गया था लेकिन बाद में इसे मई महीने में मनाया जाने लगा. यह दिन आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल को समर्पित है. उनका जन्म 12 मई को हुआ था, जिन्होंने नोबेल नर्सिंग सेवा की शुरुआत की थी. इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स, प्रतिवर्ष एक विशेष थीम पर इंटरनेशनल नर्सेज डे दिवस मनाता है. साल 2023 की थीम 'आवर नर्सेस, आवर फ्यूचर' है.
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