नई दिल्ली: दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके में किंग क्लब के मालिक पर लोहे की छड़ों से हमला किया गया था, गोलियां चलाई गई थी. साउथ डिस्ट्रिक्ट की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड टीम ने इस मामले का खुलासा करते हुए रणदीप भाटी और सचिन मूसा गैंग के शूटर को गिरफ्तार किया. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल फॉक्सवैगन पोलो कार और लोहे की रोड को भी बरामद कर लिया है. आरोपी की पहचान हितेश के रूप में हुई है.
डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि 21 दिसंबर को किंग क्लब के मालिक सुंदर पर हमला किया गया था. उसका जेएमडी मॉल गुरुग्राम में क्लब है. बदमाशों ने पहले गुरुग्राम फेज वन रेड लाइट पर गोलियां चलाई थी. उसके बाद बदमाश सुंदर की गाड़ी का पीछा कर डेरा मंडी रोड के पास ओवरटेक कर रोक लिया. उसकी गाड़ी पर कई राउंड गोलियां चलाई. फिर कार से चार-पांच लोग उतरे और सुंदर की गाड़ी के शीशे को तोड़ दिया. लोहे की रोड से उसकी पिटाई की. पुलिस ने इस मामले में कई धाराओं में एफआईआर दर्ज किया था.
पुलिस टेक्निकल सर्विलांस की मदद से छानबीन शुरू की तो पता चला कि उसमें से एक कार हरियाणा नंबर की है. जबकि दूसरी गाड़ी पर नंबर प्लेट नहीं था. उस डिटेल के आधार पर पुलिस हरियाणा पहुंची. वहां के फरीदाबाद स्थित तिगांव में छापा मारकर हितेश को दबोचा.
पूछताछ में पता चला कि यह गैंगस्टर सचिन मूसा का रिलेटिव के जरिए संपर्क में आया था. उसके बाद इसका संपर्क रणदीप भाटी गैंग से भी हो गया. वारदात से पहले सचिन मूसा और उसके साथियों ने इसे फरीदाबाद से बुलाया था और सुंदर पर फायरिंग करने और उसे डराने के लिए इसको तैयार किया था. इस मामले में दूसरे और सहयोगियों की पहचान कर ली गई है.
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कुख्यात गैंगस्टर के नाम पर दो करोड़ की रंगदारी मांगने वाला गिरफ्तार : कर्ज में डूबे एक जौहरी वाले ने पड़ोसी जौहरी को कुख्यात गैंगस्टर के नाम पर दो करोड़ और दो किलो सोने की रंगदारी मांगी. आरोपी पकड़ा न जाएं इसलिए आवाज बदलने के लिए उसने वाइस चेंजर डिवाइस का इस्तेमाल किया. लेकिन संगम विहार और नारकोटिक्स की टीम ने आरोपी जौहरी को गिरफ्तार कर लिया. उसकी पहचान संगम विहार निवासी 35 वर्षीय विपिन गुप्ता के तौर पर हुई है. उसके पास से एक कार, पैड मोबाइल, अपराध में इस्तेमाल तीन सिम और वॉयस केबल भी बरामद हुआ है.
डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि जौहरी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका संगम विहार में आभूषण की दुकान है. उन्हें और उसके परिवार के सदस्यों को 14 दिसंबर को अलग-अलग मोबाइल से फोन आया था. उसने खुद को एक कुख्यात गैंगस्टर बताया. नए साल से पहले 2 करोड़ कैश और दो किलो सोने की रंगदारी मांगी. आरोपी के पास पीड़ित के पूरे परिवार का विवरण था.