नई दिल्लीः दिल्ली में बिजली की व्यवस्था में सुधार के लिए बिजली का निजीकरण किया गया था. उससे बिजली आपूर्ति में सुधार तो हुआ, लेकिन वितरण में लगी कंपनियों की मनमानी लोगों के लिए सिर दर्द बनी हुई है. ऐसी ही मनमानी से दिलशाद गार्डन जेएंडके पॉकेट के लोग भी परेशान हैं.
नहीं खत्म हुई लटकते तारों की समस्या
दिलशाद गार्डन जेएंडके पॉकेट में वैसे तो बिजली के तार अंडरग्राउंड हैं, लेकिन अगर किसी का मीटर खराब हो जाए या तारों में कुछ परेशानी आ जाए तो कंपनी वाले ओवर हेड तार डाल कर चले जाते हैं. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि नियम के अनुसार इस ओवर हेड वायर को एक दो हप्तों में अंडरग्राउंड किया जाना चाहिए, लेकिन कॉलोनी में सालों से तार ऐसे ही लटक रहे हैं.
'काट कर ले गए सार्वजनिक लाइट'
कॉलोनी के लोगों का कहना है कि एक तरफ तो सरकार लाइट लगवाने के लिए ब्लैक स्पॉट ढूंढ़ रही है, तो वहीं इस कॉलोनी में सार्वजनिक लाइट काट कर ब्लैक स्पॉट बढ़ा रही है. एक इमारत में 8 फ्लैट हैं, जिनके लिए एक ही सीढ़ी है. जब इमारत का निर्माण हुआ था तब सीढ़ी पर डीडीए ने अपनी तरफ से कौमन लाइट दिया था, जिसका बिल भी डीडीए वहन करती थी, लेकिन अब निजी कंपनी ने उस लाइट का कनेक्शन काट दिया है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.