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बैंक्वेट हॉल में काम करते हुए अचानक कर्मचारी की मौत, परिजनों में गुस्सा

नेपाल के रहने वाले रणबहादुर की काम करते हुए अचानक मौत हो गई. वो बैंक्वेट हॉल के किचन में काम रहा था. अचानक तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई.

बैंक्वेंट हॉल में मौत
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Published : Jul 4, 2019, 11:36 AM IST

नई दिल्ली: उत्तर पश्चिमी दिल्ली के केशवपुरम में 42 साल के दर्शन रणबहादुर की काम करने के दौरान मौत हो गई. मृतक केशवपुरम इलाके में बैंक्वेट हॉल के किचन में पिछले 3 सालों से काम कर रहा था. और मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था. केशवपुरम थाना पुलिस जांच में जुटी हुई है.

दिल्ली के केशवपुरम थाना इलाके में वेडिंग ओपेरा नाम के बैंक्वेट हॉल में संदिग्ध परिस्थितियों में कर्मचारी की मौत से परिजनों में रोष बना हुआ है.

बैंक्वेट हॉल के किचन में कर्मचारी की मौत

काम करते हुए बिगड़ गई तबीयत
अचानक काम करते हुए रणबहादुर की तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में उसे पहले नजदीक के महावीर अस्पताल और फिर लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल में ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई.

बैंक्वेट हॉल के लोगों पर लापरवाही का आरोप
परिजनों का मानना है कि शनिवार को ही रणबहादुर ने अपने परिवार से बातचीत की थी. उसकी तबीयत बिल्कुल सही थी. रणबहादुर को कोई बीमारी भी नहीं थी.

ऐसे में बैंक्वेट हॉल में ही उसके साथ कुछ ऐसा हुआ है जिसके चलते उसकी मौत हुई है. और अब बैंक्वेट हॉल के उच्च कर्मचारी पूरे मामले को दबाने में लगे हुए हैं.

परिवार की कमाई का एकलौता जरिया
रणबहादुर के 5 बच्चे हैं. घर में कमाने वाला वह अकेला था. अब रणबहादुर की मौत के बाद 5 बच्चे और पत्नी के कमाई का भी कोई जरिया नहीं रहा.

परिजन पुलिस से लगातार मांग कर रहे हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और उन्हें इंसाफ मिले. इन लोगों का रोष इस बात पर भी है कि हादसे के बाद से ही बैंक्वेट हॉल के मालिक और मैनेजर दोनों ही परिवार से बात तक करने के लिए सामने नहीं आए हैं.

नई दिल्ली: उत्तर पश्चिमी दिल्ली के केशवपुरम में 42 साल के दर्शन रणबहादुर की काम करने के दौरान मौत हो गई. मृतक केशवपुरम इलाके में बैंक्वेट हॉल के किचन में पिछले 3 सालों से काम कर रहा था. और मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था. केशवपुरम थाना पुलिस जांच में जुटी हुई है.

दिल्ली के केशवपुरम थाना इलाके में वेडिंग ओपेरा नाम के बैंक्वेट हॉल में संदिग्ध परिस्थितियों में कर्मचारी की मौत से परिजनों में रोष बना हुआ है.

बैंक्वेट हॉल के किचन में कर्मचारी की मौत

काम करते हुए बिगड़ गई तबीयत
अचानक काम करते हुए रणबहादुर की तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में उसे पहले नजदीक के महावीर अस्पताल और फिर लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल में ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई.

बैंक्वेट हॉल के लोगों पर लापरवाही का आरोप
परिजनों का मानना है कि शनिवार को ही रणबहादुर ने अपने परिवार से बातचीत की थी. उसकी तबीयत बिल्कुल सही थी. रणबहादुर को कोई बीमारी भी नहीं थी.

ऐसे में बैंक्वेट हॉल में ही उसके साथ कुछ ऐसा हुआ है जिसके चलते उसकी मौत हुई है. और अब बैंक्वेट हॉल के उच्च कर्मचारी पूरे मामले को दबाने में लगे हुए हैं.

परिवार की कमाई का एकलौता जरिया
रणबहादुर के 5 बच्चे हैं. घर में कमाने वाला वह अकेला था. अब रणबहादुर की मौत के बाद 5 बच्चे और पत्नी के कमाई का भी कोई जरिया नहीं रहा.

परिजन पुलिस से लगातार मांग कर रहे हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और उन्हें इंसाफ मिले. इन लोगों का रोष इस बात पर भी है कि हादसे के बाद से ही बैंक्वेट हॉल के मालिक और मैनेजर दोनों ही परिवार से बात तक करने के लिए सामने नहीं आए हैं.

Intro:
उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के केशवपुरम में 42 साल रनबहादुर कि काम करने के दौरान हुई मौत...केशवपुरम इलाके में बैंकट हॉल के किचेन में पिछले 3 सालों से करता था काम ...मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था मृतक ...संदिग्ध परिस्थितियों में काम करने के दौरान हुई मौत...केशवपुरम थाना पुलिस मौके पर जांच में जुटी...
Body:दिल्ली के केशव पुरम थाना इलाके वेडिंग ओपेरा नाम के बैंकट हॉल में संदिग्ध परिस्थितियों में कर्मचारी की मौत से परिजनों में रोष बना हुआ है दर्शन राजबहादुर नाम का व्यक्ति पिछले 3 सालों से इस बैंकट हॉल में काम कर रहा था रविवार को अचानक काम करता है उसकी तबीयत बिगड़ी और आनन-फानन में उसे पहले नजदीक के महावीर अस्पताल और फिर लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई परिजनों का मानना है कि शनिवार को ही उसने अपने परिवार से बातचीत की थी तबीयत बिल्कुल सही थी राजबहादुर को कोई बीमारी भी नहीं थी ऐसे में बैंकट हॉल में ही उसके साथ कुछ ऐसा हुआ है जिसके चलते उसकी मौत हुई है और अब बैंकट हॉल की उच्च कर्मचारी पूरे मामले को दबाने में लगे हुए हैं राजबहादुर मूल रूप से नेपाल के रहने वाला है और उसके 5 बच्चे हैं घर में कमाने वाला वह अकेला था और अब राजबहादुर की मौत के बाद 5 बच्चे और पत्नी के कमाई का भी कोई जरिया नहीं रहा...
Conclusion:नेपाल से आए हुए राजबहादुर के परिजन पुलिस लगातार मांग कर रहे हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और उन्हें इंसाफ मिले इन लोगों का रोष इस बात पर भी है कि हादसे के बाद से ही बैंकट हॉल का मालिक और मैनेजर दोनों ही परिवार से बात तक करने के लिए सामने नहीं आए हैं... फिलहाल केशव पुरम थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है
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