नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर करीब 100 की संख्या में दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के लोग धरना-प्रदर्शन के लिए पहुंचे (delhi taxi union protest at kejriwal house). ट्रांसपोर्ट यूनियन ने ये प्रदर्शन दिल्ली सरकार की दमनकारी और प्रदूषण नीतियों के विरोध में किया. टैक्सी व बस वालों का कहना है कि दिल्ली सरकार लोगों को बेरोजगार करने की साजिश कर रही है, जिसके खिलाफ ट्रांसपोर्ट एकजुट हुए हैं. मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक लिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की.
मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने आए ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (Commission for Air Quality Management) ने स्टेज 4 को आंशिक रूप से हटा दिया है, लेकिन भविष्य में दिल्ली सरकार डीजल की यूरो 4 टैक्सी-टेम्पो ट्रेवलर को बंद ना करें. अगर करें भी तो भविष्य में हमें गाड़ियों को रोकने (नुकसान) का मुआवाजा दें. दिल्ली सरकार ने जल्दबाजी में ये कदम उठाया है, जिसके एवज में मुख्यमंत्री आवास पर दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हुए हैं.
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दिसंबर में MCD के इलेक्शन भी हैं, जिसे देखकर ये फैसला लिया गया है. टैक्सी एसोसिएशन मांग कर रही है कि सरकार भविष्य में दोबारा डीजल की गाड़ियां बंद ना करे. कुछ डीजल गाड़ियों के चालान हुए, सरकार द्वारा गाड़ी मालिकों व ड्राइवरों के 20-20 हजार रुपयों के भारी भरकम चालान भी किए जा रहे हैं. 2 हजार का अलग से चालान ट्रैफिक पुलिस काट रही है. ट्रांसपोर्टर्स मुख्यमंत्री से मिलने की मांग भी कर रहे हैं और दिल्ली के राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा है.
दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने बताया की प्रदूषण का मुख्य कारक दूसरे राज्यों में पराली जलाना, कंस्ट्रक्शन या फिर बड़ी फैक्ट्रीयों का धुआं और दिल्ली के बॉर्डर पर बने कूड़े के पहाड़ों में आग लगने हैं. जब-जब सर्दी का मौसम आता है पर्यावरण में थोड़ा बदलाव होता है. दिल्ली सरकार इन बातों का फायदा उठाकर टैक्सी टेम्पो ट्रेवलर वालों को बेरोजगार करने पर तुली है. दिल्ली सरकार इस दौरान हर किसी को मुआवजा या सब्सिडी देती है. बिजली, पानी, स्वास्थ्य, महिलाओं को बस में फ्री टिकट, वकीलों को 5 लाख का हेल्थ बीमा फ्री जैसी कई सहूलियतें हैं लेकिन टैक्सी-बसों और टेम्पो ट्रेवलर वालों को कोई सहूलियत नहीं है. दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन भी दिल्ली सरकार का साथ देने को तैयार है. सभी अपनी गाड़ियों को पार्किंग में खड़ी करेंगे, लेकिन दिल्ली सरकार हमे भी मुआवाजा दे.
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दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन टेम्पो ट्रेवलर के 6 हजार, इन्नोवा किरस्टा के 5 हजार और छोटी गाड़ियों के 4 हजार रुपये प्रतिदिन दिन के हिसाब से दे. अन्यथा बड़ी संख्या में यूनियन के लोग इसी तरह प्रदर्शन कर अपनी मांगों को उठाते रहेंगे.
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