नई दिल्ली: डाक व्यवस्था को लेकर राजधानी दिल्ली के बादली गांव के लोग काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि डाकिए समय रहते उनके पते पर पोस्ट नहीं पहुंचाते हैं. डाकियों की शिकायत करने पर डाकिए घर न मिलने का बहाना बनाते हैं.
'सरकारी पत्र भी मिले प्राइवेट कोरियर से'
लोगों का कहना है कि प्राइवेट कोरियर डिलीवर वाले समय पर उनका सामान उनके घर तक पहुंचा देते हैं. प्राइवेट कोरियर डिलीवर करने वाले लोगों को हर कोने में घर मिल जाता है. इसलिए लोग चाहते हैं कि सभी सरकारी पत्र भी उन्हें प्राइवेट कोरियर से ही मिल जाए तो बेहतर है.
कई संस्थाओं ने मिलकर किया प्रोटेस्ट
इसी मुद्दे को लेकर दिल्ली में बादली के समयपुर पोस्ट ऑफिस पर वहां की आरडब्ल्यूए और कई संस्थाओं ने मिलकर प्रोटेस्ट किया. यहां पर आरडब्लूए और सामाजिक संगठनों के लोग समयपुर बादली रेलवे स्टेशन के पास इकट्ठा हुए. और पोस्ट ऑफिस तक मार्च निकालते हुए पोस्ट ऑफिस पहुंचे. इनका कहना है कि इससे पहले यह शिकायत ऊपर के सभी अधिकारियों और मंत्रालय तक दे चुके हैं. उसके बावजूद भी सरकारी डाक विभाग में पत्र देने के काम में कोई सुधार नहीं होता.
घर न मिलने का बनाते हैं बहाने
गांव के काफी ऐसे स्टूडेंट्स हैं जिन्हें रोल नंबर पेपर के दिन ही मिलता है. जिस कारण कई बार बच्चों के पेपर भी छूट जाते हैं. कुछ बहने बाहर से राखियां भेजती है और वे राखिया शायद इस गांव में किसी भाई को मिलती हो. ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी की RC आदि सरकारी पोस्ट से आते है और पोस्टमैन इन्हें घर तक नही पहुंचाते. इन मामलों की शिकायत करें तो घर ने मिलने जैसे बहाने बनाकर टाल दिया जाता है और कोई कार्रवाई नहीं होती.