नई दिल्ली: उत्तरी बाहरी दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में एक शख्स ने अवैध संबंधों के शक में अपनी लिव-इन-पार्टनर की गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद उसने पूरी रात लाश के पास ही बैठा रहा. इतना ही नहीं, उसने हत्या की बात एक डायरी में लिखी. सुबह जब आरोपी के पिता को घटना का पता चला तो उन्होंने थाने जाकर मामले की सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नजदीकी अस्पताल में भेज दिया. वहीं, जांच के दौरान पुलिस को उस घर से एक डायरी मिली, जो हत्या का एक प्रमाण बन गई.
डायरी पर लिखा था- मैंने अपनी प्रेमिका को मार दिया है
उत्तरी बाहरी जिले के सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि 4 अक्टूबर की शाम करीब 4:30 बजे समयपुर बादली थाना में एक बुजुर्ग आए. उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने एक लड़की की हत्या कर दी है. मृतका उनके बेटे के साथ लिव-इन-रिलेशन में रहती थी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम बुजुर्ग के साथ घटनास्थल पर पहुंची, जहां पर देखा कि एक शख्स घर की सीढ़ियों पर बैठा हुआ है और वहीं एक महिला बेड पर मृत पड़ी है, जिसके गले में चुन्नी बंधा हुआ है. पुलिस को देखकर आरोपी ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे पकड़ लिया गया. कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को एक डायरी भी मिली, जिसमें आरोपी ने लिखा था कि "मैंने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी".
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे अपनी लिव-इन-पार्टनर पर एक अन्य युवक के साथ अवैध संबंध का शक था. इसके चलते उसने लविंग पार्टनर की गला घोंट का हत्या कर दी. इसके बाद काफी देर तक वहीं बैठा रहा. जब पिता को घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने थाने जाकर सूचना पुलिस को दी.
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में ऐसी कई खबरें सुर्खियों में रही हैं, जिनमें लिव-इन पार्टनर ही बेरहम हत्यारा बन गया. लिव-इन के खतरनाक अंजाम को देखने के बावजूद युवा इस रिश्ते की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि अगर आपका पार्टनर आपके साथ टॉक्सिक बिहैव करता है, तो उनसे खुलकर बात करने की कोशिश करनी चाहिए और उन्हें समझाने की कोशिश करनी चाहिए कि ऐसा व्यवहार आपको परेशान करता है और आप कंफर्टेबल महसूस नहीं करते हैं.
टॉक्सिक रिश्ते से कैसे बचें?
- रिश्ता जब बोझ बनने लगे या फिर ऐसा लगे कि पार्टनर आपकी भावनाओं की कद्र नहीं कर रहा, तो अलग हो जाना बेहतर है.
- यह समझना जरूरी है कि लिव-इन रिश्ते को विकल्प की तरह लें, इस रिश्ते को बेमतलब ढोएं नहीं.
- कोई भी रिश्ता खूनी अंजाम की शक्ल एक दिन में नहीं लेता; श्रद्धा, सरस्वती या ऐसे तमाम केस में पार्टनर पहले से उनके साथ मारपीट करते थे.
- हाथ उठाने वाले पार्टनर के साथ रिश्ते में रहना है या नहीं, यह तय करना जरूरी है. एक बार हाथ उठाने के बाद उसका मनोबल दिन-ब-दिन बढ़ता है.
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