नई दिल्ली: मुंडका अग्निकांड मामले के पीड़ित परिवार अभी भी दर-दर भटकने को मजबूर हैं. संजय गांधी अस्पताल में परिजन अपनो की तलाश में इधर से उधर रोते बिलखते दिखाई दे रहे हैं. कई लोग तो ऐसे भी हैं जो हादसे के बाद से ही रोजाना अस्पताल में धक्के खा रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
इन्हीं में से एक हैं वेद प्रकाश जो अपने भांजे की तलाश में अस्पताल से थाने और थाने से अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन उन्हें कोई भी जवाब नहीं मिल पा रहा है. अस्पताल में मौजूद अपनों को ढूंढ रहे वेद प्रकाश ने कहा कि पहले से ही परेशान परिजनों को प्रशासन द्वारा और परेशान करने का काम किया जा रहा है. वेद प्रकाश ने कहा कि उनका भांजा नरेंद्र करीब एक साल से काम कर रहा था. हालांकि उन्होंने बताया कि डीएनए टेस्ट के लिए भी उनके परिवार वालों का सैंपल ले लिया गया है, लेकिन अब उन्हें ये नहीं पता चल पा रहा है कि रिपोर्ट कब तक मिलेगी, जिसके कारण उन्हें और परेशान होना पड़ रहा है.
वेद प्रकाश ने कंपनी द्वारा दी जाने वाली वेतन प्रणाली पर भी सवाल उठाए और आरोप लगाया कि उनके भांजे नरेंद्र का वेतन को लेकर भी कुछ इश्यू चल रहा था. बता दें कि कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने बिल्डिंग से कूद कर अपनी जान बचाई, लेकिन जो लोग अपनी जान बचाने में कामयाब नहीं हो पाए, उनके परिवार वालों को अब धक्के खाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. ऐसे में अब देखना लाजमी होगा कि कब तक इन लोगों को राहत भरी खबर मिल पाएगी.
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