नई दिल्ली: आगामी 21 मार्च को दिल्ली सरकार अपना बजट पेश करेगी, जिसके लिए 17 मार्च से सत्र शुरू होगा. बजट बनाने के दौरान दिल्ली सरकार के वित्त मंत्रालय ने दिल्ली में रहने वाले सभी वर्ग के लोगों को कुछ अच्छा देने की कोशिश की है. वहीं इस बजट से ऑटो चालकों को भी काफी उम्मीदें हैं.
ऑटो चालकों ने कहा कि उन्होंने चुनाव में आम आदमी पार्टी का पूरा साथ दिया था. लेकिन दिल्ली सरकार के बजट में ऑटो चालकों के लिए कुछ खास नहीं है, जिसको लेकर ऑटो चालक नाराज हैं. उन्होंने कहा कि, दिल्ली में हर रोज सीएनजी के दाम बढ़ रहे हैं. वहीं दिल्ली की सड़कों पर लगने वाले जाम से उनके काम पर भी असर पड़ रहा है. इतना ही नहीं, दिल्ली की सड़कें टूटी व खस्ताहाल हैं, जिससे उनकी कमाई का अधिकतर हिस्सा ऑटो की मरम्मत में ही चला जाता है. वहीं किराया बढ़ाने पर सवारियां भी इसके लिए जिरह करती हैं.
ऑटो चालकों की मांग है कि दिल्ली सरकार, उनका खास खयाल रखते हुए, सीएनजी के दाम पर लगाम लगाएं और सड़कों को दुरुस्त कराएं. जब सीएनजी के दाम में कमी आएगी और सड़के दुरुस्त होंगी तो किराया भी कम होगा. वहीं दूसरे ऑटो चालकों से बात की गई तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए बताया कि वे जब अपनी गाड़ी पास कराने के लिए ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी जाते हैं वहां पर दलालों का बोलबाला रहता है. दिल्ली सरकार को ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में दलालों की सक्रियता पर लगाम लगाने पर काम भी करना चाहिए.
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गौरतलब है कि वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा इस्तीफा देने के बाद अब दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत बजट पेश करेंगे. दिल्ली की सत्ता संभालने के दौरान दिल्ली सरकार को 30,000 करोड़ रुपये का बजट मिला था, लेकिन बीते 8 सालों में दिल्ली सरकार द्वारा हर वर्ग के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बजट को 75,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाया जा चुका है. हालांकि इसके बावजूद भी जनता सरकार से नाराज नजर आ रही है. लोगों का कहना है कि सरकार बजट तो बनाती है, लेकिन आम लोगों को उसका खास फायदा नहीं होता है. उम्मीद है कि इस बार दिल्ली सरकार अपने बजट में दिल्ली में रहने वाले सभी वर्गों के लोगों को कुछ खास देगी.
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