नई दिल्ली: उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के केशवपुरम इलाके के लॉरेंस रोड इंडस्ट्रियल इलाके (Industrial Area) में खाली पड़ी बिल्डिंग को तोड़ने का काम चल रहा था. बिल्डिंग 4 मंजिला थी, जिसे करीब 1 महीने से मजदूरों द्वारा तोड़ने का काम चल रहा था. पहले से ही खाली पड़ी यह इमारत डेंजर घोषित की जा चुकी थी. इस जर्जर इमारत को तोड़कर नई इमारत बनाई जानी थी.
रविवार दोपहर करीब ढाई बजे इमारत में करीब आठ से दस मजदूर काम कर रहे थे और साथ ही पीछे की और जेसीबी मशीन से भी तोड़ाई का काम चल रहा था. अचानक से इमारत भरभरा कर गिर गई, गनीमत यह रही कि काम कर रहे मजदूर भी समय रहते बाहर निकल गए वरना बड़ा हादसा हो सकता था. घटना की सूचना केशव पुरम थाना पुलिस को दी गई. घटनास्थल पर दमकल विभाग और कैट्स एंबुलेंस की गाड़ी अभी पहुंची है.
सुरक्षा उपकरण का प्रयोग किए बिना यहां काम चल रहा था
इलाके के लोगों ने बताया कि यह बिल्डिंग काफी पुरानी है और यहां पर सारा इलाका इंडस्ट्रियल (Industrial Area) है. इस जगह पर पहले फैक्टरी होती थी, जिसे पुरानी और जर्जर होने की वजह से डेंजर घोषित किया जा चुका था. फैक्ट्री के मालिक द्वारा बिल्डरों की मदद से तोड़ाई का काम चल रहा था. रविवार दोपहर करीब ढाई बजे भरभरा कर इमारत अचानक से गिर गई.
बिल्डिंग के अंदर कई मजदूर तोड़ाई का काम कर रहे थे, साथ ही जेसीबी मशीन से इमारत को तोड़ने का काम चल रहा था. तभी अचानक से इमारत भरभरा कर गिर गई. आसमान में धूल का गुब्बार छा गया और पास में खड़ी गाड़ियों को भी बिल्डिंग के गिरने से काफी नुकसान हुआ है. इमारत के गिरने से कुछ लोगों को मामूली चोट भी आई है. इससे इलाके के लोगों में बिल्डिंग मालिक के खिलाफ काफी गुस्सा है. इमारत को तोड़ते समय किसी भी सुरक्षा उपकरण का प्रयोग किए बिना यहां पर काम चल रहा था. इमारत को गिराते समय आसपास के इलाके में किसी प्रकार के रोक भी नहीं लगाई गई थी, ना ही किसी व्यक्ति को गली में खड़ा किया गया था ताकि आने जाने वाले लोगों को रोक सके.
तार टूटने से इलाके में फैला करंट
इमारत के गिरते समय बिजली के तार भी टूटे हैं, जिससे इलाके में खड़े वाहनों में और कुछ घरों में करंट भी आ गया है. इलाके की लाइट भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है, अब इलाके के लोग बिल्डर और मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. बिना सुरक्षा उपकरणों के लोगों की जान के साथ यहां पर खिलवाड़ किया जा रहा था. यदि मजदूर अंदर दब जाते तो बड़ा हादसा हो सकता था. हादसे के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है.