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GTB अस्पताल में मरीजों को जल्द मिलेगी ये ख़ास सुविधा - cm kejriwal

नई दिल्ली: राजधानी के नामी अस्पताल जीटीबी में मरीजों के साथ-साथ अब उनके रिश्तेदारों को भी कैजुअल्टी तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए अस्पताल के गेट नंबर तीन पर खास किस्म के कॉरिडोर बनाए गए हैं. इन कॉरिडोर्स के साथ वॉक इन कैजुअल्टी का उद्घाटन शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को करना है.

Gtb अस्पताल में मरीजों को मिलेगी ये सुविधा
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Published : Feb 8, 2019, 3:33 AM IST

गुरुतेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में हर रोज करीब तीन हजार लोगों का आना जाना है, कई बार मरीजों के साथ आने वाले रिश्तेदारों को गर्मी और बारिश के चलते परेशान होना पड़ता था, इसी को ध्यान में रखते हुए जीटीबी प्रशासन ने पैदल यात्रियों के लिए कवर कॉरिडोर तैयार कराए हैं. क्योंकि अस्पताल आने वाले ज्यादातर लोग गेट नंबर तीन का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में यह कॉरिडोर इसी गेट से कैजुअल्टी तक बनाये गए हैं. आने वाले दिनों में अस्पताल आने-जाने वाले इस कॉरिडोर का इस्तेमाल करेंगे.

जीटीबी में वॉक इन कैजुअल्टी की शुरुआत
अस्पताल प्रशासन इमरजेंसी मरीजों के लिए 25 बेडों वाले AC वॉक इन कैजुअल्टी की शुरुआत करने जा रहा है. दिल्ली सरकार के अस्पताल में जीटीबी पहला अस्पताल होगा जहां मरीजों के लिए ये सिस्टम बनाया गया है. इस सिस्टम के तहत मरीजों को एक ही छत के नीचे कम्प्लीट ट्रीटमेंट दिया जाएगा. अमूमन देखने मे आता है कि चलते हुए इमरजेंसी आने वाले कुछ कम बीमार होते है, जो आधे से एक घंटे में अपना इलाज कराकर अस्पताल से चले जाते है, इसी को ध्यान में रखते हुए वॉक इन कैजुअल्टी में इलाज की व्यवस्था की गई है.

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ज्यादा बीमार मरीजों को मिलेगी प्राथमिकता
वॉक इन कैजुअल्टी के बाद आने वाले समय में अस्पताल बिल्डिंग में मौजूद मेन कैजुअल्टी में ज्यादा से ज्यादा ऐसे मरीजों का इलाज किया जा सकेगा, जिनकी हालात ज्यादा खराब होती है.

WHO स्टैंडर्ड वाला एंटी रेबीज़ क्लीनिक
अस्पताल में मौजूद एंटी रेबीज क्लीनिक को WHO स्टैंडर्ड का बनाया गया है, ताकि मरीजों के घावों की ज्यादा से ज्यादा देखभाल की सके. ये दिल्ली का ऐसा पहला अस्पताल होगा जहां WHO स्टैंडर्ड वाला एंटी रेबीज क्लीनिक मौजूद है. इस क्लीनिक में मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मौजूद है. इस एंटी रेबीज क्लीनिक में अप्रैल 2018 से जनवरी 2019 तक जानवरों के काटे गए लगभग एक लाख 31 हजार,661 मरीजों को अटैंड किया जा चुका है.

जीटीबी, जीएनसीटी दिल्ली का ऐसा पहला अस्पताल बनने जा रहा है जहां मरीजों के तीमारदारों के लिये कवर कॉरिडोर, WHO स्टैंडर्ड वाला एंटी रेबीज क्लीनिक और वॉक इन कैजुअल्टी की व्यवस्था मरीजों को मुहैया कराई जाएगी. खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को जीटीबी में इन नई सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे, इस दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, सोशल वेलफेयर मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, एमएलए सरिता सिंह और अनिल वाजपेयी भी मौजूद रहेंगे.

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गुरुतेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में हर रोज करीब तीन हजार लोगों का आना जाना है, कई बार मरीजों के साथ आने वाले रिश्तेदारों को गर्मी और बारिश के चलते परेशान होना पड़ता था, इसी को ध्यान में रखते हुए जीटीबी प्रशासन ने पैदल यात्रियों के लिए कवर कॉरिडोर तैयार कराए हैं. क्योंकि अस्पताल आने वाले ज्यादातर लोग गेट नंबर तीन का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में यह कॉरिडोर इसी गेट से कैजुअल्टी तक बनाये गए हैं. आने वाले दिनों में अस्पताल आने-जाने वाले इस कॉरिडोर का इस्तेमाल करेंगे.

जीटीबी में वॉक इन कैजुअल्टी की शुरुआत
अस्पताल प्रशासन इमरजेंसी मरीजों के लिए 25 बेडों वाले AC वॉक इन कैजुअल्टी की शुरुआत करने जा रहा है. दिल्ली सरकार के अस्पताल में जीटीबी पहला अस्पताल होगा जहां मरीजों के लिए ये सिस्टम बनाया गया है. इस सिस्टम के तहत मरीजों को एक ही छत के नीचे कम्प्लीट ट्रीटमेंट दिया जाएगा. अमूमन देखने मे आता है कि चलते हुए इमरजेंसी आने वाले कुछ कम बीमार होते है, जो आधे से एक घंटे में अपना इलाज कराकर अस्पताल से चले जाते है, इसी को ध्यान में रखते हुए वॉक इन कैजुअल्टी में इलाज की व्यवस्था की गई है.

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Gtb अस्पताल में मरीजों को मिलेगी ये सुविधा
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ज्यादा बीमार मरीजों को मिलेगी प्राथमिकता
वॉक इन कैजुअल्टी के बाद आने वाले समय में अस्पताल बिल्डिंग में मौजूद मेन कैजुअल्टी में ज्यादा से ज्यादा ऐसे मरीजों का इलाज किया जा सकेगा, जिनकी हालात ज्यादा खराब होती है.

WHO स्टैंडर्ड वाला एंटी रेबीज़ क्लीनिक
अस्पताल में मौजूद एंटी रेबीज क्लीनिक को WHO स्टैंडर्ड का बनाया गया है, ताकि मरीजों के घावों की ज्यादा से ज्यादा देखभाल की सके. ये दिल्ली का ऐसा पहला अस्पताल होगा जहां WHO स्टैंडर्ड वाला एंटी रेबीज क्लीनिक मौजूद है. इस क्लीनिक में मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मौजूद है. इस एंटी रेबीज क्लीनिक में अप्रैल 2018 से जनवरी 2019 तक जानवरों के काटे गए लगभग एक लाख 31 हजार,661 मरीजों को अटैंड किया जा चुका है.

जीटीबी, जीएनसीटी दिल्ली का ऐसा पहला अस्पताल बनने जा रहा है जहां मरीजों के तीमारदारों के लिये कवर कॉरिडोर, WHO स्टैंडर्ड वाला एंटी रेबीज क्लीनिक और वॉक इन कैजुअल्टी की व्यवस्था मरीजों को मुहैया कराई जाएगी. खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को जीटीबी में इन नई सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे, इस दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, सोशल वेलफेयर मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, एमएलए सरिता सिंह और अनिल वाजपेयी भी मौजूद रहेंगे.

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Intro:यमुनापार के सबसे बड़े कहे जाने वाले गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में मरीजों के साथ साथ अब उनके रिश्तेदारों को भी कैजुअल्टी तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए अस्पताल के गेट नंबर तीन पर खास किस्म के कॉरिडोर बनाए गए हैं। इन कॉरिडोर के साथ ही वॉक इन कैजुअल्टी का उद्घाटन शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को करना है।


Body:गुरुतेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में हर रोज करीब तीन हजार लोगों का आना जाना है, कई बार मरीजों के साथ आने वाले रिश्तेदारों को गर्मी और बारिश के चलते परेशान होना पड़ता था, इसी को ध्यान में रखते हुए जीटीबी प्रशासन ने पैदल यात्रियों के लिए कवर कॉरिडोर तैयार कराए हैं. क्योंकि अस्पताल आने वाले ज्यादातर लोग गेट नंबर तीन का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में यह कॉरिडोर इसी गेट से कैजुअल्टी तक बनाये गए हैं. आने वाले दिनों में अस्पताल आने जाने वाले इस कॉरिडोर का प्रयोग करेंगे.

जीटीबी में वॉक इन कैजुअल्टी की शुरुआत
अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी मरीजों के लिए 25 बेडों वाले वातानुकूलित वॉक इन कैजुअल्टी की शुरुआत करने जा रहा है. दिल्ली सरकार के अस्पताल में जीटीबी पहला अस्पताल होगा जहां मरीजों के लिए यह सिस्टम बनाया गया है. इस सिस्टम के तहत मरीजों को एक ही छत के नीचे कम्प्लीट ट्रीटमेंट दिया जाएगा. अमूमन देखने मे आता है कि चलते हुए इमरजेंसी आने वाले कुछ कम बीमार होते है, जो आधे से एक घंटे में अपना इलाज कराकर अस्पताल से चले जाते है,इसी को ध्यान में रखते हुए वॉक इन कैजुअल्टी में इलाज की व्यवस्था की गई है.

ज्यादा बीमार मरीजों को मिलेगी तवज्जोह
वॉक इन कैजुअल्टी के बाद आने वाले समय में अस्पताल बिल्डिंग में मौजूद मैन कैजुअल्टी में ज्यादा से ज्यादा ऐसे मरीजों का इलाज किया जा सकेगा, जिनकी हालात ज्यादा खराब होती है.

डब्ल्यूएचओ स्टैंडर्ड वाला एंटी रेबीज क्लिनिक
अस्पताल में मौजूद एंटी रेबीज क्लिनिक को डब्ल्यूएचओ स्टैंडर्ड का बनाया गया है, ताकि मरीजों के घावों की ज्यादा से ज्यादा देखभाल की सके. यह दिल्ली का ऐसा पहला अस्पताल होगा जहां डब्ल्यूएचओ स्टैंडर्ड वाला एंटी रैबीज क्लिनिक मौजूद है. इस क्लिनिक में मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मौजूद है. इस एंटी रैबीज क्लिनिक में अप्रैल 2018 से जनवरी 2019 तक जानवरों के काटे गए लगभग एक लाख 31 हजार,661 मरीजों को अटैंड किया जा चुका है.




Conclusion:गुरुतेग बहादुर (जीटीबी) जीएनसीटी दिल्ली का ऐसा पहला अस्पताल बनने जा रहा है जहां मरीजों के तीमारदारों के लियव कवर कॉरिडोर, डब्लईएचओ स्टैंडर्ड वाला एंटी रैबीज क्लिनिक और वॉक इन कैजुअल्टी की व्यवस्था मरीजों को मुहैया कराई जाएगी. खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को जीटीबी में इन नई सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे, इस दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, सोशल वेलफेयर मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, एमएलए सरिता सिंह, अनिल वाजपेयी भी मौजूद रहेंगे.
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