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GTB अस्पताल में भड़क उठे श्रम मंत्री, लापरवाह अफसरों पर की बड़ी कार्रवाई - GOPAL RAI

श्रम मंत्री ने अस्पताल में कार्यरत स्टाफ, कर्मचारियों को बुलाकर उनकी समस्याएं सुनी. इस दौरान अस्पताल में कर्मचारियों ने लेडी सुपरवाइजर पर अभद्रता करने और ड्यूटी लगाने की एवज में पैसे मांगने का भी आरोप लगाया.

मंत्री गोपाल राय का औचक निरीक्षण
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Published : Jun 11, 2019, 2:34 AM IST

Updated : Jun 11, 2019, 1:19 PM IST

नई दिल्ली: विधानसभा चुनावों की हलचल के बीच दिल्ली सरकार के मंत्री सरकारी दफ्तरों, अस्पतालों और अन्य विभागों का जायजा लेने के लिए ग्राउंड पर काम कर रहे हैं. श्रम मंत्री गोपाल राय ने गुरु तेग बहादुर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान कई अफसरों के खिलाफ शिकायतें सुनने के बाद श्रम मंत्री भड़क गए और उनके तत्काल ट्रांसफर के आदेश दे दिए.

कई कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के हटाकर नए लोगों को काम पर रखने की शिकायत को मंत्री ने बेहद गंभीरता से लिया और कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर नहीं रखने पर संबंधित कम्पनी का टेंडर खत्म करने के निर्देश भी दिए गए.

श्रम मंत्री गोपाल राय जीटीबी अस्पताल पहुंचे और वहां कार्यरत कर्मचारियों की सैलरी और मेहनताना सम्बंधी मामलों को सुना. इस दौरान अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर सुनील कुमार, अस्पताल कमेटी की मेंबर और इलाके की विधायक सरिता सिंह भी उनके साथ रहे.

श्रम मंत्री गोपाल राय ने किया औचक निरीक्षण

श्रम मंत्री ने अस्पताल में कार्यरत स्टाफ, कर्मचारियों को बुलाकर उनकी समस्याएं सुनी. इस दौरान अस्पताल में कर्मचारियों ने लेडी सुपरवाइजर पर अभद्रता करने और ड्यूटी लगाने की एवज में पैसे मांगने का आरोप लगाया.

इसके साथ ही एक महिला कर्मचारी ने भी महिला सुपरवाइजर पर गंभीर आरोप लगाए, इन आरोपों को सुनकर श्रम मंत्री आग बबूला हो गए और इंचार्ज से सुपरवाइजर को तत्काल ट्रांसफर करने के निर्देश दे डाले.

inspection in gtb hospital minister gopal rai order for action
कर्मचारियों की शिकायत सुनते मंत्री गोपाल राय
मंत्री के दौरे के समय एक महिला कर्मचारी का मामला भी सामने आया, जिसमे महिला ने बताया कि वो कुछ खाने का सामान बिना बताए ले गई थी, जिसके बाद उसे नौकरी से हटा दिया गया. वो सात महीने से काम पर नहीं है, मंत्री ने इस मामले को भी बेहद गंभीरता से लिया, इस शिकायत में भी संबंधित महिला सुपरवाइजर की भूमिका सामने आई, जिसे सुनकर मंत्री और भी ज्यादा भड़क गए और उन्होंने महिला सुपरवाइजर को तत्काल ट्रांसफर का आदेश दे दिया.

सुपरवाइजर के ट्रांसफर के आदेश दे दिए.
अस्पताल में कई सालों से कार्यरत कर्मचारियों ने मंत्री के सामने शिकायत रखी कि नई कंपनी ने पुराने स्टाफ को हटा दिया है और नए कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात कर दिए गए हैं. जिसके चलते कई महीनों से वो लोग बेरोजगार हो गए हैं और जितने दिन उन्होंने काम किया उसकी भी सैलरी नहीं दी जा रही.

श्रम मंत्री गोपाल राय ने अस्पताल प्रशासन की खामियों पर नाराज़गी जाहिर की और अफसरों को तुरंत बुलाने के आदेश दिए. साथ ही वहां मौजूद इंचार्ज से कंपनियों को टेंडर देते समय लागू की जाने वाली गाइडलाइन के बारे में भी पूछा, काफी इंतजार के बाद भी जब कंपनी से कोई अफसर नहीं पहुंचा तो श्रम मंत्री गोपाल राय ने मौजूद अफसरों को हिदायत दी कि कोई भी एजेंसी किसी भी पुराने कर्मचारी को ऐसे नहीं हटा सकती है, अगर कंपनी इन कर्मचारियों को वापस काम पर नहीं रखती है तो उसका टेंडर रद्द कर दिया जाए.

नई दिल्ली: विधानसभा चुनावों की हलचल के बीच दिल्ली सरकार के मंत्री सरकारी दफ्तरों, अस्पतालों और अन्य विभागों का जायजा लेने के लिए ग्राउंड पर काम कर रहे हैं. श्रम मंत्री गोपाल राय ने गुरु तेग बहादुर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान कई अफसरों के खिलाफ शिकायतें सुनने के बाद श्रम मंत्री भड़क गए और उनके तत्काल ट्रांसफर के आदेश दे दिए.

कई कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के हटाकर नए लोगों को काम पर रखने की शिकायत को मंत्री ने बेहद गंभीरता से लिया और कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर नहीं रखने पर संबंधित कम्पनी का टेंडर खत्म करने के निर्देश भी दिए गए.

श्रम मंत्री गोपाल राय जीटीबी अस्पताल पहुंचे और वहां कार्यरत कर्मचारियों की सैलरी और मेहनताना सम्बंधी मामलों को सुना. इस दौरान अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर सुनील कुमार, अस्पताल कमेटी की मेंबर और इलाके की विधायक सरिता सिंह भी उनके साथ रहे.

श्रम मंत्री गोपाल राय ने किया औचक निरीक्षण

श्रम मंत्री ने अस्पताल में कार्यरत स्टाफ, कर्मचारियों को बुलाकर उनकी समस्याएं सुनी. इस दौरान अस्पताल में कर्मचारियों ने लेडी सुपरवाइजर पर अभद्रता करने और ड्यूटी लगाने की एवज में पैसे मांगने का आरोप लगाया.

इसके साथ ही एक महिला कर्मचारी ने भी महिला सुपरवाइजर पर गंभीर आरोप लगाए, इन आरोपों को सुनकर श्रम मंत्री आग बबूला हो गए और इंचार्ज से सुपरवाइजर को तत्काल ट्रांसफर करने के निर्देश दे डाले.

inspection in gtb hospital minister gopal rai order for action
कर्मचारियों की शिकायत सुनते मंत्री गोपाल राय
मंत्री के दौरे के समय एक महिला कर्मचारी का मामला भी सामने आया, जिसमे महिला ने बताया कि वो कुछ खाने का सामान बिना बताए ले गई थी, जिसके बाद उसे नौकरी से हटा दिया गया. वो सात महीने से काम पर नहीं है, मंत्री ने इस मामले को भी बेहद गंभीरता से लिया, इस शिकायत में भी संबंधित महिला सुपरवाइजर की भूमिका सामने आई, जिसे सुनकर मंत्री और भी ज्यादा भड़क गए और उन्होंने महिला सुपरवाइजर को तत्काल ट्रांसफर का आदेश दे दिया.

सुपरवाइजर के ट्रांसफर के आदेश दे दिए.
अस्पताल में कई सालों से कार्यरत कर्मचारियों ने मंत्री के सामने शिकायत रखी कि नई कंपनी ने पुराने स्टाफ को हटा दिया है और नए कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात कर दिए गए हैं. जिसके चलते कई महीनों से वो लोग बेरोजगार हो गए हैं और जितने दिन उन्होंने काम किया उसकी भी सैलरी नहीं दी जा रही.

श्रम मंत्री गोपाल राय ने अस्पताल प्रशासन की खामियों पर नाराज़गी जाहिर की और अफसरों को तुरंत बुलाने के आदेश दिए. साथ ही वहां मौजूद इंचार्ज से कंपनियों को टेंडर देते समय लागू की जाने वाली गाइडलाइन के बारे में भी पूछा, काफी इंतजार के बाद भी जब कंपनी से कोई अफसर नहीं पहुंचा तो श्रम मंत्री गोपाल राय ने मौजूद अफसरों को हिदायत दी कि कोई भी एजेंसी किसी भी पुराने कर्मचारी को ऐसे नहीं हटा सकती है, अगर कंपनी इन कर्मचारियों को वापस काम पर नहीं रखती है तो उसका टेंडर रद्द कर दिया जाए.

Intro:दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय ने आज गुरु तेग बहादुर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान कई अफसरों के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों से श्रम मंत्री भड़क गए और आरोपी अफसरों का तत्काल ट्रांसफर करने के निर्देश दिए. कई कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के हटाकर नए लोगों को काम पर रखने की शिकायत को मंत्री ने बेहद गंभीरता से लिया और कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर नौएँ रखने पर उक्त कंपनी का टेंडर खत्म करने के निर्देश भी दिए.


Body:दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय आज जीटीबी अस्पताल पहुंचे और वहां कार्यरत कर्मचारियों की सैलरी और दूसरे वेजेज सम्बंधी मामलों को सुना, इस दौरान अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर सुनील कुमार, अस्पताल कमेटी की मेंबर और क्षेत्र की एमएलए सरिता सिंह भी उनके साथ थे.
श्रम मंत्री ने बारी बारी से अस्पताल में कार्यरत स्टॉफ, कर्मचारियों को बुलाकर उनकी समस्याएं सुनी.इस दौरान अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों ने लेडी सुपरवाइजर पर अभद्रता करने और ड्यूटी लगाने के एवज में पैसे मांगने का आरोप लगाया, इसके साथ ही एक महिला कर्मचारी ने भी महिला सुपरवाइजर पर गंभीर आरोप लगाए ,इन आरोपों को सुनकर मंत्री आग बबूला हो गए और इंचार्ज से उक्त सुपरवाइजर को तत्काल ट्रांसफर करने के निर्देश दिये.
मंत्री के दौरे के समय एक माहौल कर्मचारी का मामला भी सामने आया, जिसमे महिला ने बताया कि वह कुछ खाने का समान बिना बताए ले गई थी, जिसके उसे नौकरी से हटा दिया गया वह सात महीने से काम पर नहीं है, मंत्री ने इस मामले को भी बेहद गंभीरता से लिया, इस शिकायत में भी उक्त महिला सुपरवाइजर की भूमिका सामने आई, जिसे सुनकर मंत्री और भी ज्यादा भड़क गए और उन्होंने उक्त महिला को तुरंत उस जगह से ट्रांसफर करने को कहा.

अस्पताल में कई सालों से कार्यरत कर्मचारियों ने मंत्री के सामने शिकायत रखी कि नई कंपनी ने पुराने स्टॉफ को हटा दिया और नए कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात कर दिए जिसके चलते कई महीनों से वह लोग बेरोजगार हो गए हैं और जितने दिन उन्होंने काम किया उसकी भी सैलरी उन्हें नहीं दी गई है. इस पर मंत्री बुरी तरह से बिफर गए और उन्होंने उक्त कंपनी के अफसरों को तुरंत बुलाने को कहा, साथ ही वहां मौजूद इंचार्ज से इस की कंपनियों को टेंडर देते समय लागू की जाने वाली गाइडलाइन के बारे में भी पूछा, काफी इंतजार के बाद भी जब उक्त कंपनी से कोई अफसर नहीं पहुंचा तो श्रम मंत्री गोपाल राय ने मौजूद अफसरों को हिदायत दी कि उक्त एजेंसी किसी भी पुराने कर्मचारी को ऐसे नहीं हटा सकती है, अगर कंपनी इन कर्मचारियों को वापस काम पर नहीं रखती है तो उक्त कंपनी का टेंडर रद्द कर दिया जाए.


Conclusion:बाईट 1
गोपाल राय
श्रम मंत्री, दिल्ली सरकार

बाईट 2
सरिता सिंह
एमएलए, जीटीबी कमेटी मेंबर

बाईट 3
पीड़ित महिला स्टॉफ
Last Updated : Jun 11, 2019, 1:19 PM IST
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