नई दिल्ली: यमुनापार की मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र (Mustafabad Assembly Constituency) में एक सड़क का उद्घाटन करने पहुंचे आम आदमी पार्टी के निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. कांग्रेस नेता अली मेंहदी ने कहा कि विधायक की मौजूदगी में दुर्गेश पाठक को काले झंडे भी दिखाए गए. हंगामा इतना बढ़ गया कि दुर्गेश पाठक को कार्यक्रम बीच में छोड़कर ही लौटना पड़ा.
दुर्गेश पाठक को दिखाए गए काले झंडे
अली मेंहदी की मानें तो आम आदमी पार्टी के नेता एवं निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक को मुस्तफाबाद विधानसभा (Mustafabad Assembly Constituency) में लगने वाले 25 फुटा रोड पर एक सड़क का उद्घाटन करने पहुंचना था. जैसे ही वह स्थानीय विधायक हाजी युनूस के साथ मुस्तफाबाद पहुंचे, यहां मौजूद लोगों ने उनके विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी. स्थानीय लोगों के साथ कांग्रेस के लोग भी यहां मौजूद थे. ये सभी न केवल केजरीवाल के खिलाफ नारे लगा रहे थे बल्कि इनके हाथों में काली पट्टी और झंडे भी थे. जो इन्होंने दुर्गश पाठक को दिखाते हुए लहराने शुरू कर दिए.
निगम चुनाव देखकर बनाई गई सड़क
इस दौरान काफी देर तक दोनों तरफ से जिंदाबाद और मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. क्षेत्र के लोग इस सड़क को खराब मैटेरियल से बनाए जाने और काफी समय तक इलाके के लोगों के इससे परेशान रहने का विरोध कर रहे थे. लोगों का यह भी आरोप था कि इलाके के लोग सालों साल परेशान रहे हैं, अब जबकि निगम चुनाव (MCD Election) को करीब देखकर इस तरह के विकास कार्य कराए जा रहे हैं.
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जनता के सब्र का बांध टूटा: अली मेहंदी
पूर्व कांग्रेसी विधायक हसन अहमद के पुत्र एवं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अली मेहंदी ने कहा कि आज जिस तरह से मुस्तफाबाद की जनता ने 25 फुटा पर आप के निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक का विरोध किया और केजरीवाल मुर्दाबाद के नारे लगाए. उससे साफ है कि आम जनता के सब्र का बांध अब टूट चुका है. अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रियों, विधायकों, प्रभारियों को पूरी दिल्ली में जनता के रोष का सामना करना पड़ेगा क्योंकि झूठ और हवाबाजी ज्यादा दिन नहीं चलती.
दुर्गेश पाठक ने क्या कहा
दुर्गेश पाठक ने कहा कि हंगामा उनके जाने के बाद हुआ है. उनके सामने ऐसी कोई बात नहीं हुई है. हंगामा करने वाले लोग कांग्रेस के थे.