नई दिल्ली: आउटर नॉर्थ दिल्ली के कुशक नंबर 1 में रहने वाले 28 वर्षीय योगेश सैनी का परिवार किसी काम से घर से बाहर था. घर पर केवल योगेश था, लेकिन जब परिवार वापस आया तो योगेश की लाश पंखे पर लटका देख उनके पैरों से जमीन खिसक गई. इसी बीच परिवार के एक सदस्य ने योगेश के मोबाइल को चेक किया, जिससे मौत के कारण का पता चला. ऐसे में परिजनों ने समयपुर बादली थाने में मामले की शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस की तरफ से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
मानसिक प्रताड़ना के चलते की आत्महत्या
परिजनों ने बताया कि मृतक योगेश संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करता था, लेकिन कोरोना काल में जब आर्थिक मंदी आ गई तो योगेश के मालिक का भी काफी नुकसान हुआ. जिसके लिए कंपनी का मालिक योगेश को जिम्मेदार ठहराने लगा और लगातार उससे पैसों के लिए मानसिक तनाव भी देने लगा.
फोन पर आती थीं धमकियां
पीड़ित परिवार का आरोप है की लॉकडाउन में हुए नुकसान को लेकर हर रोज मृतक योगेश का मालिक उसको फोन पर जान से मारने की धमकियां देता था. कुछ दिन पहले योगेश के साथ कुछ लोगों ने मारपीट भी की थी. परिवार वालों ने बताया कि उन्होंने योगेश को काफी समझाया और मृतक योगेश का अपना खुद का इंश्योरेंस का काम भी खुलवाया, लेकिन आरोपी इस काम को भी बंद करने की धमकी दे रहे थे. इस बात की जानकारी भी पुलिस को दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. आरोपियों की मानसिक प्रताड़ना को योगेश झेल नहीं पाया और उसने खुद को मौत के हवाले कर दिया.
रिकॉर्डिंग के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
मृतक के परिजनों का आरोप है कि इंश्योरेंस कंपनी के मालिक की धमकी की वजह से ही योगेश ने आत्महत्या की है. इस बात को सिद्ध करने के लिए उनके पास रिकॉर्डिंग भी है, लेकिन पुलिस दो महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और पीड़ित परिवार लगातार इंसाफ के लिए चक्कर काट रहा है.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
फिलहाल पीड़ित परिजनों ने योगेश की सुसाइड की सूचना समयपुर बादली थाना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए बाबू जगजीवन राम हॉस्पिटल में भेज दिया है.