नई दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में पिछले 2 नवंबर को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल किया है. एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट शेफाली शर्मा ने स्टेटस रिपोर्ट पर 30 नवंबर को विचार करने का आदेश दिया.
दरअसल तीस हजारी कोर्ट की दिल्ली बार एसोसिएशन ने याचिका दायर कर इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट तलब करने की मांग की थी. पुलिस ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि उसने घटना से संबंधित सभी सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित कर दिया है. कोर्ट ने इसके पहले इस घटना के सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित रखने का आदेश दिया था.
दिल्ली पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास इस घटना से संबंधित कोई साक्ष्य हो तो वे उपलब्ध कराएं. माना जा रहा है कि हाईकोर्ट की ओर से न्यायिक जांच के लिए नियुक्त कमेटी 12 दिसंबर तक जांच पूरी कर हाईकोर्ट को सौंप देगी.
तीस हजारी कोर्ट के मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल
तीस हजारी कोर्ट की दिल्ली बार एसोसिएशन ने याचिका दायर कर इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट तलब करने की मांग की थी. पुलिस ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि उसने घटना से संबंधित सभी सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित कर दिया है.
नई दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में पिछले 2 नवंबर को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल किया है. एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट शेफाली शर्मा ने स्टेटस रिपोर्ट पर 30 नवंबर को विचार करने का आदेश दिया.
दरअसल तीस हजारी कोर्ट की दिल्ली बार एसोसिएशन ने याचिका दायर कर इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट तलब करने की मांग की थी. पुलिस ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि उसने घटना से संबंधित सभी सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित कर दिया है. कोर्ट ने इसके पहले इस घटना के सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित रखने का आदेश दिया था.
दिल्ली पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास इस घटना से संबंधित कोई साक्ष्य हो तो वे उपलब्ध कराएं. माना जा रहा है कि हाईकोर्ट की ओर से न्यायिक जांच के लिए नियुक्त कमेटी 12 दिसंबर तक जांच पूरी कर हाईकोर्ट को सौंप देगी.
Body:दरअसल तीस हजारी कोर्ट की दिल्ली बार एसोसिएशन ने याचिका दायर कर इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट तलब करने की मांग की थी। पुलिस ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि उसने घटना से संबंधित सभी सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित कर दिया है। कोर्ट ने इसके पहले इस घटना के सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित रखने का आदेश दिया था।
Conclusion:दिल्ली पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास इस घटना से संबंधित कोई साक्ष्य हो तो वे उपलब्ध कराएं। माना जा रहा है कि हाईकोर्ट की ओर से न्यायिक जांच के लिए नियुक्त कमेटी 12 दिसंबर तक जांच पूरी कर हाईकोर्ट को सौंप देगी।