नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके के चंदन विहार में श्रीमद् भागवत कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ. श्री प्राचीन बालाजी मंदिर परिसर से बैंड बाजों के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा चंदन विहार कॉलोनी के मुख्य मार्गों से गुजरती हुई बालाजी मंदिर पहुंची. आचार्य उमेश दुबे द्वारा विधिवत तरीके से पूजा अर्चना की गई और पूजन के बाद कलश की स्थापना की गई.
कथा व्यास आचार्य उमेश दुबे ने अपने प्रवचनों से कथा स्थल पर उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भागवत कथा का श्रवण करने से कई जन्मों के पापों का नाश होता है. साथ ही हमारे जीवन में शुभ कर्मों का उदय होता है. इसके सुनने मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाती है. उन्होंने बताया कि नारद जी ने भक्ति देवी के कष्ट की निवृत्ति के लिए श्रीमद् भागवत कथा का साप्ताहिक अनुष्ठान किया था.
पहली बार श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन: बुराड़ी के चन्ना बिहार में पहली बार श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर स्थानीय लोग काफी उत्सुक दिखाई दिए. खास तौर पर क्षेत्र के स्थानीय महिलाएं ने श्रीमद् भागवत कथा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. सुबह के समय सैकड़ों महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली और शाम 4 बजे से श्रीमद् भागवत कथा का आनंद लिया. सैकड़ों भक्त कथा के बीच में भजनों के दौरान खुद को नाचने से नहीं रोक पाए. हर कोई कथा के दौरान भक्ति में सराबोर दिखाई दिया. समय के साथ-साथ लोगों की संख्या भी बढ़ती रही. अंत में आरती के बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया.
ये भी पढ़ें: एनएमसी के नियमों का उल्लंघन करने के लिए 40 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद्द : सूत्र
भागवत कथा सुनने मात्र से पापों का हरण: प्राणी कथा वाचक आचार्य उमेश दुबे ने कहा कि भागवत कथा सुनने मात्र से प्राणी के पापों का हरण हो जाता है. इसलिए अब उनका प्रयास रहेगा कि वह हर साल जन कल्याण हेतु भागवत कथा का आयोजन किया जाए. इससे बच्चे और युवा पीढ़ी में भी धर्म के प्रति जुड़ाव और अच्छे संस्कार आएंगे.
ये भी पढ़ें: महिलाओं के साथ नहीं थम रही आपराधिक घटनाएं, केजरीवाल को सौंप दे कानून व्यवस्था: प्रियंका कक्कड़