नई दिल्ली: दशहरे पर दिल्ली समेत देशभर के अलग-अलग इलाकों में रावण दहन किया गया. दिल्ली के पंजाबी बाग में लेजर शो के माध्यम से संपूर्ण रामायण की प्रस्तुति की गई. इसके बाद बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन भी किया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग पंजाबी बाग में मौजूद रहे.
झांकी के माध्यम से दर्शन: राजधानी दिल्ली के पंजाबी बाग में 56 वर्ष पुराने श्री दशहरा कमेटी पंजाबी बाग में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. यहां रावण दहन से पहले लोगों के बीच भारतीय सांस्कृतिक परंपरा का संदेश पहुंचाने के मकसद से सुंदर झांकियां निकाली गई. यह झांकी पंजाबी बाग की विभिन्न इलाकों से होती हुई निकाली गई. इसमें बच्चों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की भी भागीदारी देखने को मिली. पूरा इलाका राम की भक्ति में डूबा नजर आया. इस दौरान श्री राम, लक्षण, सीता, रावण और रामायण के अलग अलग किरदारों के माध्यम से एक संदेश देने का प्रयास किया गया. इस दौरान इलाके के चौक, चौराहा और गलियां जय श्रीराम के नारे से गुंजयमान हो उठी.
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रामभक्तों में दिखा उत्साह: लेजर शो के माध्यम से संपूर्ण रामायण की प्रस्तुति की गई.इसके बाद बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीकात्मक तौर पर रावण के पुतले का दहन किया गया. कार्यक्रम के आयोजकों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों के अंदर अभी से ही हिंदू धर्म के प्रति जागरुकता पैदा होगी. साथ ही बच्चों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा मिलेगी.
दशहरे के पर्व पर हर जगह रामभक्तों में एक अलग ही उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. इस मौके पर हर शख्स राम की भक्ति में डूबा नजर आ रहा है. ऐसे में बच्चों के अंदर भी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के संस्कार जगाने के मकसद से यह झाकियां निकाली गई, ताकि अभी से ही इन बच्चों में प्रेम और एक दूसरे के प्रति आदर और बड़े बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना को जगाया जा सके.
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