नई दिल्ली: एनआरसी, सीएए और एनपीआर के विरोध में सैकड़ों महिलाएं आजाद मार्केट क्षेत्र में स्थित बेरी वाला बाग, नूरुद्दीन पार्क में धरना दे रही हैं. बीजेपी नेताओं के जरिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर की जा रही टिप्पणी और विवादित बयान को लेकर महिलाओं में नाराजगी है. प्रदर्शनकारियों की ओर से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग भी की जा रही है.
प्रदर्शनकारियों ने बनाई आर्ट गैलरी
आजाद मार्केट में सीएए को लेकर प्रदर्शन कर रहीं मुस्लिम महिलाओं की तरफ से जामिया, जेएनयू और डीयू की तरह यहां भी एक आर्ट गैलरी बनाई गई है. जिसमें पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई और असामाजिक तत्वों के जरिए छात्र-छात्राओं, बुद्धिजीवियों, प्रदर्शनकारियों पर चलाई गई गोलियों और लाठीचार्ज को दर्शाया गया है.
यहां पर लगाई गई 100 से ज्यादा तस्वीरों में देश भक्ति और इंकलाबी कविताएं लिखी गई हैं. वहीं प्रदर्शन कर रहे लोगों के लिए पुलिस के व्यवहार को दिखा कर सरकार के खिलाफ नाराजगी का इजहार किया गया है.
यूपी सीएम के बयान पर साधा निशाना
प्रदर्शनकारी महिला आसमा अंसारी ने यूपी के सीएम की तरफ से दिए गए पाकिस्तान नहीं जाने वालों ने भारत पर कोई उपकार नहीं किया, बयान पर कहा कि ये घटिया और ओछी मानसिकता वाला बयान है. उन्होंने कहा कि ये लोग देश की जनता को भड़काने और गुमराह करने का काम कर रहे हैं. दरअसल वो लोगों को गुमराह कर असली समस्याओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.
'मोदी जी का पीएम बनना भी सिर्फ संयोग नहीं प्रयोग है'
एक और महिला मुबाशिरा अहमद ने पीएम की तरफ से दिए गए बयान 'शाहीन बाग संयोग नहीं प्रयोग' पर कहा है कि मोदी जी आपका पीएम बनना भी सिर्फ संयोग नहीं प्रयोग है. इसके पीछे आरएसएस का एक ऐसा डिजाइन है, जो रास्ते में नफरत फैलाने का और अंग्रेजों के तर्ज पर देश को बेचने का इरादा रखता है. उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे लोगों के जरिए नफरत की राजनीति भी एक प्रयोग है. पीएम जी की सोच और विचारधारा से पूरा देश वाकिफ है.
'बीजेपी बांटने की राजनीति करती है'
सारा जावेद चावला ने कहा कि पूरे भारत की जनता जानती है कि इस देश में बांटने की राजनीति बीजेपी करती है, ये धर्म के नाम पर और अब तो अमीर और गरीब के नाम पर भी बांट रही है.