नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या के बीच हर एक गृहणी को चिंता रहती है कि वह अपने परिवार को शुद्ध और पौष्टिक भोजन खिलाएं. इसी चिंता को देखते हुए सुमाथी चेलयाह वर्ष 2014 से अपने घर में ही गमलों में फल-सब्जियां उगा रही है और अपने परिवार को पौष्टिक व शुद्ध खाना खिलाने की कोशिश कर रही है.
साथ ही इस पहल को घर-घर तक पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं. इसी कड़ी में उन्होंने दिल्ली में आयोजित 33वें उद्यान फेस्टिवल में खुद की उगाई हुई सब्जी और फलों की स्टॉल लगाई और लोगों को कैसे घर में ताजी फल-सब्जियां उगा सकते हैं, इसके बारे में जानकारी दी.
स्ट्रॉबेरी का पौधा गमले में लगाया
जब हम सुमाथी कि स्टॉल पर पहुंचे तो हमने देखा कि उन्होंने गमलों में ही कई प्रकार की फल और सब्जियां उगाए हुए थे. स्ट्रॉबेरी का पौधा भी था जिसमें फल भी आ रहे थे.
तेलंगाना एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से ली ट्रेनिंग
सुमाथी ने बताया इसके लिए उन्होंने तेलंगाना एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से ट्रेनिंग ली. इसके बाद उन्होंने इसकी शुरुआत की और आज वह हर एक मौसम के अनुसार सब्जियां और फल उगाती हैं और अपने घर में इस्तेमाल करती हैं.
बच्चे भी बंटाते हैं हाथ
किचन गार्डनिंग में सुमाथी के साथ उनके बच्चे भी हाथ बटाते हैं, उनकी बेटी सी मनाली, जो मेडिकल की तैयारी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि इस प्रकार से फलों सब्जियों को खुद उगते हुए देखना बहुत ही दिलचस्प होता है. मनाली का कहना है कि घर में पेड़-पौधे लगाने से अच्छी एनर्जी आस पास रहती है और माहौल भी ताजगी भरा रहता है.