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Delhi Flood: यमुना में 209 मीटर तक जलस्तर बढ़ने के बाद भी वाटर प्लांट चालू रहेंगे, भारद्वाज ने किया निरीक्षण

हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से दिल्ली की यमुना नदी में छोड़े जाने वाले पानी को लेकर दिल्ली सरकार चिंतित है. दिल्ली पर एक बार फिर से बाहर का खतरा मंडराने लगा है. दिल्ली सरकार के जल एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में दोबारा बाढ़ के बढ़ते खतरे को देखते हुए रविवार को वजीराबाद प्लांट का दौरा किया.

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Published : Jul 23, 2023, 4:46 PM IST

जल मंत्री ने किया वजीराबाद प्लांट का दौरा

नई दिल्ली: हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से एक बार फिर यमुना में पानी छोड़े जाने से दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. दिल्ली सरकार के जल और बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यमुना पर अब कराए गए काम का निरीक्षण किया. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि इस बार यमुना में 209 मीटर तक जलस्तर बढ़ने के बाद भी वाटर प्लांट पूरी तरह से चालू रहेंगे, जिससे दिल्ली की जनता को समय पर पानी मिलेगा.

भारद्वाज ने वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा करने के बाद कहा कि बाढ़ के पानी को रोकने के लिए दीवार ऊंची कराई गई है, जिसकी वजह से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बाढ़ के पानी को घुसने से रोका जा सकेगा. कहा कि बीते दिनों दिल्ली में यमुना का जलस्तर सारे मानकों को पार कर खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर पहुंच गया था.

ये भी पढ़ें: Delhi Flood: बाढ़ से बर्बाद हुए यमुना डूब क्षेत्र के रेस्टोरेशन प्रोजेक्ट, फिर से शुरू होगी टेंडर प्रक्रिया, लगेगा लंबा समय

जिसकी वजह से बाढ़ का पानी ओखला, चंद्रावल और वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट में घुस गया, पानी की सप्लाई को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था. इस वजह से दिल्ली के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. इस बार दोबारा बढ़ते बाढ़ के खतरे को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट पर दीवार ऊंची कराई गई है.

बाढ़ में ऊपरी इलाकों से घास, टूटे हुए पेड़ व कुछ दूसरी चीजें अवसाद के रूप में बहकर आ रही हैं, जिसकी वजह से पंप को पानी उठाने में परेशानी होती है. इन सबको हटाने के लिए गोताखोरों की मदद से यमुना को साफ कराया जा रहा है. साथ ही यमुना की देखरेख के लिए टीमों का गठन किया गया है, जो यमुना के आसपास के इलाकों में नजर बनाए हुए हैं.

साथ ही मंत्री ने बताया कि निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए लोगों को राहत कैंप में रहने के लिए कहा गया है. जो लोग बाढ़ का पानी कम होने के बाद अपने घरों में जा चुके थे, उन्हें बाहर निकालने के लिए मुनादी कराई जा रही है ताकि बाढ़ में होने वाली आपदा को रोका जा सके.

आपको बता दें, 12 जुलाई को दिल्ली में आई बाढ़ की वजह से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला ट्रीटमेंट प्लांट में बाढ़ का पानी घुस गया था, जिससे प्लांट को बंद करना पड़ा और दिल्ली में पानी की सप्लाई बाधित हुई थी.

ये भी पढ़ें: Delhi Flood: यमुना का जलस्तर फिर खतरे के निशान से ऊपर, ऑरेंज अलर्ट जारी


जल मंत्री ने किया वजीराबाद प्लांट का दौरा

नई दिल्ली: हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से एक बार फिर यमुना में पानी छोड़े जाने से दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. दिल्ली सरकार के जल और बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यमुना पर अब कराए गए काम का निरीक्षण किया. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि इस बार यमुना में 209 मीटर तक जलस्तर बढ़ने के बाद भी वाटर प्लांट पूरी तरह से चालू रहेंगे, जिससे दिल्ली की जनता को समय पर पानी मिलेगा.

भारद्वाज ने वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा करने के बाद कहा कि बाढ़ के पानी को रोकने के लिए दीवार ऊंची कराई गई है, जिसकी वजह से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बाढ़ के पानी को घुसने से रोका जा सकेगा. कहा कि बीते दिनों दिल्ली में यमुना का जलस्तर सारे मानकों को पार कर खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर पहुंच गया था.

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जिसकी वजह से बाढ़ का पानी ओखला, चंद्रावल और वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट में घुस गया, पानी की सप्लाई को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था. इस वजह से दिल्ली के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. इस बार दोबारा बढ़ते बाढ़ के खतरे को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट पर दीवार ऊंची कराई गई है.

बाढ़ में ऊपरी इलाकों से घास, टूटे हुए पेड़ व कुछ दूसरी चीजें अवसाद के रूप में बहकर आ रही हैं, जिसकी वजह से पंप को पानी उठाने में परेशानी होती है. इन सबको हटाने के लिए गोताखोरों की मदद से यमुना को साफ कराया जा रहा है. साथ ही यमुना की देखरेख के लिए टीमों का गठन किया गया है, जो यमुना के आसपास के इलाकों में नजर बनाए हुए हैं.

साथ ही मंत्री ने बताया कि निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए लोगों को राहत कैंप में रहने के लिए कहा गया है. जो लोग बाढ़ का पानी कम होने के बाद अपने घरों में जा चुके थे, उन्हें बाहर निकालने के लिए मुनादी कराई जा रही है ताकि बाढ़ में होने वाली आपदा को रोका जा सके.

आपको बता दें, 12 जुलाई को दिल्ली में आई बाढ़ की वजह से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला ट्रीटमेंट प्लांट में बाढ़ का पानी घुस गया था, जिससे प्लांट को बंद करना पड़ा और दिल्ली में पानी की सप्लाई बाधित हुई थी.

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