नई दिल्ली: मंगलवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम का पहला सत्र था. जिसके अंदर निगम की बदहाल आर्थिक स्थिति को लेकर जबरदस्त बहस देखने को मिली. जहां निगम की खराब आर्थिक स्थिति के ऊपर कांग्रेस और बीजेपी पहली बार एक साथ खड़े नजर आए. उन्होंने निगम की बदहाल हालत के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
केजरीवाल सरकार पर लगाया आरोप
नॉर्थ एमसीडी अपने संबोधन में कांग्रेस और बीजेपी के दलों के नेताओं ने कहा कि निगम की बदहाल आर्थिक स्थिति के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है. इसके पीछे की मंशा निगम को आर्थिक रूप से कमजोर बनाने की है. निगम को आर्थिक रूप से उबारने और अपने हक का पैसा लेने के लिए अब अगर हमें मुख्यमंत्री के यहां धरना भी देना पड़े तो हम इसके लिए तैयार हैं.
निगम की आर्थिक स्थिति खराब है
उनका कहना है कि दिल्ली सरकार की ओर से निगम की विभिन्न मदों में बजट राशि शून्य कर दिए जाने के चलते निगम अपने क्षेत्र के विकास कार्य करने में असमर्थ है. दरअसल निगम की आर्थिक स्थिति इन दिनों की ज्यादा खराब हो चुकी है. उसके पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने तक के लिए पैसे नहीं है. पिछले 2 महीने से निगम के किसी भी कर्मचारी को वेतन नहीं मिला है.
जल्द कार्रवाई की मांग
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सत्र के अंदर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने एक दूसरे का समर्थन करते हुए नजर आए. साथ ही दोनों दलों ने निगम की आर्थिक बदहाली के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया और प्रस्ताव पारित कर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि वो शीघ्र ही दिल्ली सरकार से संपर्क कर निगम को उसके हिस्से की राशि दिलवाने के लिए उचित कार्रवाई करें.