नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम(North MCD) पिछले काफी लंबे समय से बदहाल आर्थिक स्थिति से गुजर रहा है. क्योंकि निगम और दिल्ली सरकार के बीच में बिल्कुल भी सामंजस्य नहीं है. जिसकी वजह से अब निगम के कर्मचारियों को इसका अंजाम भुगतना पड़ रहा है.
नहीं मिला अप्रैल महीने का वेतन
दरअसल, निगम में कर्मचारियों को पिछले काफी लंबे समय से वेतन नहीं मिला है. जिससे निगम कर्मचारी परेशान हैं. यहां तक कि निगम के शिक्षकों को मार्च महीने से वेतन नहीं मिला है. वहीं सफाई कर्मचारी और दूसरे कर्मचारियों के भी यही हालात है. हाल ही में डॉक्टरों और कुछ कर्मचारियों का मार्च महीने का वेतन जारी हुआ है, लेकिन अप्रैल का वेतन उन्हें भी नहीं मिला है.
26 जून तक वेतन देने के निर्देश
वही उत्तरी दिल्ली नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर इरा सिंगल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हाल ही में निगम को 98 करोड़ रुपये का फंड दिल्ली सरकार की तरफ से जारी किया गया है, लेकिन अभी तक इस फंड के मिलने के बाद किसी भी कर्मचारी का वेतन जारी नहीं किया गया है. बहरहाल, कोर्ट के निर्देशों के अनुसार निगम को 26 जून तक अपने सभी 8 हजार शिक्षकों को वेतन जारी करना है. अगर निगम ऐसा नहीं करता है तो यह कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन होगा और यह भी देखना दिलचस्प होगा कि वेतन ना मिलने के बाद निगम के शिक्षक क्या कुछ कदम उठाते हैं.
देखा जाए तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम के शिक्षकों को पिछले 3 महीनों से वेतन नहीं मिला है. जिसकी वजह से निगम के शिक्षक न सिर्फ परेशान हैं, बल्कि उन्हें दूसरे लोगों के सामने हाथ फैला कर मजबूरन उधार लेकर अपने घर का खर्चा चलाना पड़ रहा है. तमाम परिस्थितियों को देखते हुए शिक्षक संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मदद मांगी है. बहरहाल, 26 जून तक कोर्ट के आदेशों के बाद वेतन ना मिलने के बाद निगम के शिक्षक कड़ा रुख अपना सकते हैं.