दिल्ली: नगर निगम पिछले काफी लंबे समय से आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रही है. हालात इतने खराब हैं कि दिल्ली नगर निगम तीनों विभाग उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी के पास पर्याप्त मात्रा में इतना भी राजस्व नहीं बचा है कि वह अपने कर्मचारियों को वेतन जारी कर सकें. इस बीच 7 जनवरी से दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी अपने वेतन की मांग को लेकर पूर्ण रूप से काम बंद करके हड़ताल पर जा रहे हैं.
'राजनीतिक पार्टियों को नहीं कर्मचारियों की चिंता'
कर्मचारियों द्वारा वेतन की मांग को लेकर हड़ताल किए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस नेता मुकेश गोयल ने बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि निगम की आर्थिक बदहाली की सबसे बड़ी वजह आप और भाजपा की सरकारें हैं. दोनों ही राजनीतिक पार्टियां अपने राजनीतिक हितों को साधने में लगी हुई है.
किसी को भी कर्मचारियों और दिल्ली की जनता की चिंता नहीं है. यदि निगम कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं और साथ ही दिल्ली की व्यवस्था चरमराती है तो दोनों ही बातों के लिए जिम्मेदार सीधे तौर पर आप की दिल्ली सरकार और भाजपा शासित निगम होगी.