नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से हवा दूषित हो गई है. प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना तक दुश्वार हो गया है. दिल्ली में रहने वाले लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के चिंता जताने के बाद भी राजधानी के प्रदूषण में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है.
दिल्ली को डस रहा प्रदूषण का काला नाग
राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण को लेकर हर कोई चिंता जाता रहा है, प्रदूषण को कम करने के लिए कई बार एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट ने अपील भी की और कई बार आदेश भी दिए. बावजूद इसके दिल्ली की आबोहवा में कोई फर्क नहीं पड़ा, यहां सांस लेना तक मुश्किल हो चुका है. अगर UA AQI की अगर बात करें तो मंगलवार को दिल्ली में इसका लेवल 500 के पार है, जो बेहद ही खतरनाक स्तर पर है. pm 2.5 की बात करे तो वो भी 500 से पार है. pm 10 की स्थिति तो ओर भी खतरनाक है, जो लगभग 600 के पास पहुंच गया है.
स्कूली बच्चों की पुकार प्रदूषण से बचाए सरकार
राजधानी में स्कूली बच्चें लोगो से प्रदूषण कम करने के लिए अपील करते दिखाई दे रहे है. बच्चें बड़ों से और सरकार से अपील करते दिखाई दे रहे हैं कि उन्हें इस दमघोंटू हवा से मुक्ति दिलाने में मदद करे. ऐसे में सरकार का भी यह कर्तव्य है की इन मासूम बच्चों को प्रदूषण की काली छाया से आजादी दे क्योकिं इस प्रदूषण का सबसे ज्यादा शिकार ये मासूम बच्चें ही हो रहे है. इस विषय पर राजनीति और मौखिक दावे ही नहीं बल्कि जमीनी तौर पर कुछ ना कुछ करने की जरूरत है, वरना वह दिन दूर नहीं कि लोग राजधानी दिल्ली से प्रदूषण के कारण पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे.