नई दिल्ली: 15 जून को चीन द्वारा किए गए भारतीय सैनिकों के साथ दुस्साहस के कारण देशभर के व्यापारियों और नागरिकों में चीन के प्रति उबलते गुस्से, रोष और आक्रोश को प्रदर्शित करते हुए आज देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठनों में से एक कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली के प्रमुख व्यापारी नेताओं के साथ मिलकर ना सिर्फ चीनी सामान का बहिष्कार किया बल्कि करोल बाग बाजार में चीनी वस्तुओं को जलाया.
2 घंटे तक किया डिटेन
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने अन्य व्यापारी नेताओं के साथ मिलकर चीनी सामान को जलाया और चीन का बहिष्कार किया. जिसके बाद कैट के सभी व्यापारियों और प्रवीण खंडेलवाल को भी दिल्ली पुलिस ने डिटेन किया और 2 घंटे तक हिरासत में रखकर उसके बाद रिहा किया.
स्वदेशी सामान अपनाने पर जोर
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि चीन के द्वारा जो दुस्साहस किया गया है उससे पूरा देश गुस्से में है. चीन को हम अब आर्थिक स्तर पर भारी नुकसान पहुंचाएंगे. क्योंकि हम बॉर्डर पर जाकर नुकसान नहीं पहुंचा सकते. इसलिए अब हम अपने बटुए की ताकत से चीन को उसके घुटनों पर लाकर खड़ा कर देंगे, आने वाले महीनों में भारत में जन्माष्टमी, रक्षाबंधन और दीवाली जैसे बड़े त्योहार आ रहे हैं. अब हम बड़े स्तर पर चीनी सामान का बहिष्कार कर स्वदेशी सामान को अपनाएंगे. जिससे न सिर्फ देश की इकोनॉमी मजबूत होगी बल्कि चीन को भी एक बड़ा झटका लगेगा.
महामंत्री की लोगों से अपील
मैं सभी लोगों से यह अपील करता हूं कि भारत में निर्मित लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां और बाकी चीजें खरीदें जो कि भारत में बनी हो. चीन के बने हुए किसी प्रकार के वस्तु को ना खरीदे ओर चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें. आने वाले साल में दिसंबर 2021 तक हम चीन को एक लाख करोड़ रुपये के आयात की चपत लगाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं और हम यह चपत चीन को लगाकर ही रहेंगे.
देखा जाए तो देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठनों में से एक कैट ने आज चीनी सामान को जलाकर ना सिर्फ चीनी सामान का बहिष्कार किया बल्कि चाइना के विरुद्ध अपना रोष भी प्रकट किया. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि इस साल भारत में सभी त्यौहार पूर्णता स्वदेशी रूप से मनाए जाएंगे, जिसमें चीनी सामान का पूर्णतः बहिष्कार होगा.