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उत्तरी दिल्ली: नरेला में प्रभातफेरी निकाल मनाया गुरु नानक देव का 550 वां प्रकाश पर्व

दिल्ली के नरेला में सिंधी गुरुद्वारे में बड़े हर्षोल्लास के साथ गुरुनानक देव जी का जन्म महोत्सव मनाया गया. गुरुद्वारे में एक विशेष प्रभातफेरी का आयोजन किया गया था

प्रभातफेरी निकाल गुरुबानी से की अरदास.
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Published : Nov 12, 2019, 9:18 PM IST

नई दिल्ली: गुरु गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव को पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. दिल्ली के हर इलाके में प्रभातफेरी निकालकर गुरुनानक देव जी को याद किया गया. वही दिल्ली के नरेला में भी सिंधी गुरुद्वारे में बड़े हर्षोल्लास के साथ गुरुनानक देव जी का जन्म महोत्सव मनाया गया.

प्रभातफेरी निकाल गुरुबानी से की अरदास.

प्रभातफेरी निकाल गुरुबानी से की अरदास
नरेला के पंजाबी कालोनी स्थित सिंधी गुरुद्वारे में एक विशेष प्रभातफेरी का आयोजन किया गया था. सुबह गुरुद्वारे से प्रभातफेरी का आगाज हुआ, जिसमें सिंधी समाज के साथ-साथ बहावलपुरी, पंजाबी और सिख समाज के लोगों ने भी मिलकर बड़े धूमधाम से भाग लिया. पूरी पंजाबी कालोनी इस दौरान सतनाम वाहेगुरु की धुन से गूंज उठी. प्रभातफेरी का नेतृत्व सिंधी पंचायत के अध्यक्ष अर्जुन दास ,राधे संकीर्तन मंडल के प्रवीन और महेश आर्य कर रहे थे. इस मौके पर जहां जहां से प्रभातफेरी गुजर रही थी, लोग पुष्प वर्षा कर प्रभातफेरी का स्वागत कर रहे थे. फेरी का समापन वापस सिंधी गुरद्वारे पर हुआ. जहां नरेला सिंह सभा गुरुद्वारे की भी प्रभात फेरी का समागम हुआ.

प्रभातफेरी के बाद लंगर का छका प्रसाद
प्रभातफेरी के दौरान बाबा नानक देव जी की शिक्षा सांझी विरासत का बेहतरीन उदाहरण था. सबने मिलकर गुरबाणी का पाठ किया और अरदास की, गुरसाहिबानों का आशीर्वाद लिया और सामूहिक रूप से लंगर छका. श्रद्धालु गुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव को मनाने के लिए महीनों से तैयारियां मे जुटे थे. इस मौके पर सिंधी गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन का भी आयोजन कर किया गया.

नई दिल्ली: गुरु गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव को पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. दिल्ली के हर इलाके में प्रभातफेरी निकालकर गुरुनानक देव जी को याद किया गया. वही दिल्ली के नरेला में भी सिंधी गुरुद्वारे में बड़े हर्षोल्लास के साथ गुरुनानक देव जी का जन्म महोत्सव मनाया गया.

प्रभातफेरी निकाल गुरुबानी से की अरदास.

प्रभातफेरी निकाल गुरुबानी से की अरदास
नरेला के पंजाबी कालोनी स्थित सिंधी गुरुद्वारे में एक विशेष प्रभातफेरी का आयोजन किया गया था. सुबह गुरुद्वारे से प्रभातफेरी का आगाज हुआ, जिसमें सिंधी समाज के साथ-साथ बहावलपुरी, पंजाबी और सिख समाज के लोगों ने भी मिलकर बड़े धूमधाम से भाग लिया. पूरी पंजाबी कालोनी इस दौरान सतनाम वाहेगुरु की धुन से गूंज उठी. प्रभातफेरी का नेतृत्व सिंधी पंचायत के अध्यक्ष अर्जुन दास ,राधे संकीर्तन मंडल के प्रवीन और महेश आर्य कर रहे थे. इस मौके पर जहां जहां से प्रभातफेरी गुजर रही थी, लोग पुष्प वर्षा कर प्रभातफेरी का स्वागत कर रहे थे. फेरी का समापन वापस सिंधी गुरद्वारे पर हुआ. जहां नरेला सिंह सभा गुरुद्वारे की भी प्रभात फेरी का समागम हुआ.

प्रभातफेरी के बाद लंगर का छका प्रसाद
प्रभातफेरी के दौरान बाबा नानक देव जी की शिक्षा सांझी विरासत का बेहतरीन उदाहरण था. सबने मिलकर गुरबाणी का पाठ किया और अरदास की, गुरसाहिबानों का आशीर्वाद लिया और सामूहिक रूप से लंगर छका. श्रद्धालु गुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव को मनाने के लिए महीनों से तैयारियां मे जुटे थे. इस मौके पर सिंधी गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन का भी आयोजन कर किया गया.

Intro:गुरु गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव

गुरु गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव को पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। दिल्ली के हर इलाके में प्रभातफेरी निकालकर गुरुनानक देव जी को याद किया गया। वही दिल्ली के नरेला में भी सिंधी गुरुद्वारे में बड़े हर्षोल्लास के साथ गुरुनानक देव जी का जन्म महोत्सव मनाया गया।Body: इस अवसर पर एक विशेष प्रभातफेरी का भी आयोजन किया गया था। सुबह नरेला के पंजाबी कालोनी स्थित सिंधी गुरद्वारे से प्रभातफेरी का आगाज हुआ जिसमें सिंधी समाज के साथ-साथ बहावलपुरी, पंजाबी व सिख समाज के लोगों ने भी मिलकर बड़े धूमधाम से भाग लिया। पूरी पंजाबी कालोनी सतनाम वाहेगुरु की धुनी से गूंज उठी। प्रभातफेरी का नेतृत्व सिंधी पंचायत के अध्यक्ष अर्जुन दास ,राधे संकीर्तन मंडल के प्रवीन व महेश आर्य कर रहे थे। इस मौके पर जहां जहां से प्रभातफेरी गुजर रही थी। लोग पुष्प वर्षा कर प्रभातफेरी का स्वागत कर रहे थे। फेरी का समापन वापस सिंधी गुरद्वारे पर हुआ जहां नरेला सिंह सभा गुरद्वारे की भी प्रभात फेरी का समागम हुआ। Conclusion:सचमुच वह दृश्य बाबा नानक देव जी की शिक्षा सांझी विरासत का बेहतरीन उदाहरण था। मिलकर सबने गुरबाणी का पाठ किया। अरदास की, गुरसाहिबानों का आशीर्वाद लिया व सामूहिक रूप से प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धालु गुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव को मनाने के लिए महीनों से तैयारियां मे जुटे थे। इस मौके पर सिंधी गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन का भी आयोजन कर किया गया।
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