नई दिल्ली: भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार के द्वारा लाई गई अग्निवीर योजना का बिहार और यूपी के युवाओं ने विरोध किया. युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में शनिवार को दिल्ली के जंतर-मंतर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी युवाओं ने चंपारण सत्याग्रह नाम के बैनर तले इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया. युवाओं का कहना है कि वह पिछले 3 वर्षों से इस संघर्ष की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ निराशा हाथ लगी है.
बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा भारतीय सेवा में भर्ती के लिए लाई गई अग्निवीर योजना का विरोध काफी समय से रहा है, लेकिन अभी तक इस योजना को वापस नहीं लिया गया है. आज जंतर मंतर पर बिहार से पहुंचे युवाओं ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा लाई गई अग्निवीर योजना युवाओं के हित के लिए नहीं है. हम लोग दिन रात मेहनत करते हैं और सिर्फ 4 वर्षों के लिए हमें नौकरी दी जा रही है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के अग्निपथ योजना से पहले उन लोगों का सेवा में सिलेक्शन हो गया था, लेकिन नौकरी नहीं दी गई. इसके पीछे कारण बताया गया कि नई प्रक्रिया के तहत अब लोगों की भर्ती होगी. अब केंद्र सरकार से अपना हक मांगने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं.
वहीं, उत्तर प्रदेश के आगरा से पहुंचे सुभाष का कहना है कि 2021 में आर्मी का फिजिकल मेडिकल पास कर लिया था. उनका वेरिफिकेशन भी हुआ था. सारी चीज पूरी हो चुकी थी, लेकिन उसके बाद सरकार ने सारी भर्तियां रद्द कर दी. उन्होंने कहा कि कई बार जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर चुके हैं. ज्ञापन भी सौंप चुके हैं, लेकिन अभी तक हमारी मांगों पर कोई अमल नहीं हुआ है.
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जंतर मंतर पर पहुंचे युवाओं का कहना है कि हम वही युवा है जो इस सरकार को देश में सत्ता के अंदर लेकर आए थे. लेकिन आज सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है. सरकार की जो अग्निवीर योजना इस योजना से पहले ही हम लोग आर्मी के लिए क्वालीफाई कर चुके थे. लेकिन अंतिम समय पर इस योजना के आने के बाद भारतीयों को रद्द कर दिया गया, जिसकी वजह से हमारा सिलेक्शन नहीं हो पाया. सरकार अगर हमारी मांग को नजर अंदाज कर दिया तो उसका खामियाजा उसे आने वाले लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा.