नई दिल्लीः भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने बुधवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में केंद्र की मोदी सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया को जमकर पैसे लुटाए हैं. अगर पिछले एक वित्तीय वर्ष की बात की जाए 2022-23 में प्रिंट मीडिया में 103 करोड़ रुपए से भी ज्यादा खर्च किए गए हैं. अगर बीते 9 वर्षों में यह आंकड़ा 1000 करोड़ रुपए से भी ऊपर पहुंच जाता है.
उन्होंने कहा कि अगर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की बात की जाए तो पिछले वित्तीय वर्ष में 48 करोड़ रुपए से भी ज्यादा सिर्फ टीवी विज्ञापनों के लिए खर्च किए गए हैं. 9 वर्षों में यह आंकड़ा 1330 करोड़ रुपए है. इसके अलावा इंटरनेट विज्ञापनों एसएमएस, डीसीएटी, डीएड और मिसलेनियस एक्सपेंस के नाम पर 200 करोड़ रुपए से भी ज्यादा खर्च किए गए हैं. यह सब जानकारी हमारी आरटीआई विभाग की टीम ने RTI से जुटाई है.
देश में महंगाई चरम परः श्रीनिवास बीवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जहां एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार सरकारी खजाने को विज्ञापनों पर लुटाने पर तुली है, वही देश की आम जनता महंगाई से चारों तरफ त्रस्त है. जरूरत की हर वस्तु आज आम आदमी की पहुंच से दूर हो चुकी है. हर एक चीज के भाव आसमान छू रहे हैं. चाहे बात टमाटर की क्यों ना हो. आज टमाटर के भाव देश में 250 रुपए किलो तक जा चुके हैं और केंद्र की मोदी सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है. यह किस तरह का विकास है, जहां सिर्फ मीडिया हाउस का विकास हो रहा है और देश की आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. अगर इसी पैसे का सदुपयोग मोदी सरकार ने किया होता तो शायद महंगाई को कंट्रोल किया जा सकता था.
वहीं, भारतीय युवा कांग्रेस आरटीआई डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ अनिल कुमार मीणा का कहना है कि मोदी सरकार ने देश के हजारों करोड़ रुपए देश की जनता को वास्तविकता से दूर रखने पर खर्च किया हैं. मोदी सरकार ने चेहरा चमकाने एवं वाहवाही लूटने के लिए करोड़ों रुपये फूंक दिए.