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कूड़े से बना है अजूबों का संसार! ताज-एफिल का साथ होगा दीदार

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Published : Feb 20, 2019, 3:20 AM IST

Updated : Feb 20, 2019, 5:47 AM IST

नई दिल्ली: लंबे इंतजार के बाद आगामी 21 फरवरी को दिल्ली को "वेस्ट टू वंडर्स" पार्क का तोहफा मिलने जा रहा है. इस पार्क की खासियत है कि इसमें कूड़े से दुनिया के सातों अजूबे बनाए गए हैं. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा बनाए गए इस पार्क में लोगों को 50 रुपए की फीस लेकर एंट्री दी जाएगी.

दिल्ली में बना वेस्ट ऑफ वंडर्स

दरअसल, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने सराय काले खां इलाके में वेस्ट टू वंडर्स पार्क बनाया है. इस पार्क में कबाड़ का इस्तेमाल कर स्टेचू ऑफ लिबर्टी से लेकर ताजमहल तक सारे अजूबे बनाए गए हैं. पहले इसका उद्घाटन 19 फरवरी को रखा गया था. हालांकि अब इसे 21 फरवरी को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.


छह महीने में तैयार हुआ पार्क
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में उद्यान विभाग के निदेशक आलोक कुमार कहते हैं कि इस पार्क को बनाने के लिए विभाग को 6 महीने का समय लगा है. इसमें निगम ने लगभग 150 टन कबाड़ का इस्तेमाल किया है. साथ इस पार्क में बिजली की जरूरत के लिए सोलर ट्री लगाए गए हैं जिससे इसमें बिजली के खर्च पर भी निगम को पैसा खर्च न करना पड़े.

लाइटिंग से लगेगा खूबसूरत
कुमार कहते हैं कि पार्क में आम लोगों के आने के लिए 50 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से फीस वसूली जाएगी जबकि बच्चों के लिए ये आधी होगी. हालांकि निगम के बच्चों के लिए इसमें एंट्री फ्री होगी. दावा किया जा रहा है कि ये अपने आप में पहला ऐसा पार्क होगा जो बहुत जल्दी दिल्ली आने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बन जाएगा.
रात के समय में की गई लाइटिंग की व्यवस्था के लिए भी निगम अधिकारी तरह-तरह के दावे रहे हैं.

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और भी पार्क बनाए जाएंगे
बता दें कि इससे पहले निगम के ग्रेटर कैलाश इलाके में बनाया गया नंदन वन पार्क भी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का एक सफल प्रोजेक्ट माना गया है. पहले पार्क के सफल हो जाने के बाद निगम अब हर जोन में ऐसे पाक बनाने पर विचार कर रही है. इसी क्रम में वेस्ट टू वंडर्स पार्क भी निगम की सफल प्रोजेक्ट की सूची में शामिल हो सकता है.
हालांकि आने वाले दिनों में ये लोगों को कितना पसंद आता है ये देखने वाली बात होगी.

दरअसल, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने सराय काले खां इलाके में वेस्ट टू वंडर्स पार्क बनाया है. इस पार्क में कबाड़ का इस्तेमाल कर स्टेचू ऑफ लिबर्टी से लेकर ताजमहल तक सारे अजूबे बनाए गए हैं. पहले इसका उद्घाटन 19 फरवरी को रखा गया था. हालांकि अब इसे 21 फरवरी को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.


छह महीने में तैयार हुआ पार्क
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में उद्यान विभाग के निदेशक आलोक कुमार कहते हैं कि इस पार्क को बनाने के लिए विभाग को 6 महीने का समय लगा है. इसमें निगम ने लगभग 150 टन कबाड़ का इस्तेमाल किया है. साथ इस पार्क में बिजली की जरूरत के लिए सोलर ट्री लगाए गए हैं जिससे इसमें बिजली के खर्च पर भी निगम को पैसा खर्च न करना पड़े.

लाइटिंग से लगेगा खूबसूरत
कुमार कहते हैं कि पार्क में आम लोगों के आने के लिए 50 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से फीस वसूली जाएगी जबकि बच्चों के लिए ये आधी होगी. हालांकि निगम के बच्चों के लिए इसमें एंट्री फ्री होगी. दावा किया जा रहा है कि ये अपने आप में पहला ऐसा पार्क होगा जो बहुत जल्दी दिल्ली आने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बन जाएगा.
रात के समय में की गई लाइटिंग की व्यवस्था के लिए भी निगम अधिकारी तरह-तरह के दावे रहे हैं.

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और भी पार्क बनाए जाएंगे
बता दें कि इससे पहले निगम के ग्रेटर कैलाश इलाके में बनाया गया नंदन वन पार्क भी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का एक सफल प्रोजेक्ट माना गया है. पहले पार्क के सफल हो जाने के बाद निगम अब हर जोन में ऐसे पाक बनाने पर विचार कर रही है. इसी क्रम में वेस्ट टू वंडर्स पार्क भी निगम की सफल प्रोजेक्ट की सूची में शामिल हो सकता है.
हालांकि आने वाले दिनों में ये लोगों को कितना पसंद आता है ये देखने वाली बात होगी.

Intro:नई दिल्ली:
एक लंबे इंतजार के बाद आगामी 21 फरवरी को दिल्ली को निगम का "वेस्ट टू वंडर्स" पार्क आखिरकार मिल ही जाएगा. इस पार्क की खासियत है कि इसमें कूड़े से दुनिया के सातों अजूबे बनाए गए हैं. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा बनाए गए इस पार्क में लोगों को 50 रुपए की फीस लेकर एंट्री दी जाएगी.


Body:दरअसल, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने सराय काले खां इलाके में वेस्ट टू वंडर्स पार्क बनाया है. इस पार्क में कबाड़ का इस्तेमाल कर स्टेचू ऑफ लिबर्टी से लेकर ताजमहल तक सारे अजूबे बनाए हैं. पहले इसका उद्घाटन 19 फरवरी को रखा गया था. हालांकि अब इसे 21 फरवरी को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में उद्यान विभाग के निदेशक आलोक कुमार कहते हैं कि इस पार्क को बनाने के लिए विभाग को 6 महीने का समय लगा है. इसमें निगम ने लगभग 150 टन कबाड़ का इस्तेमाल किया है. साथ इस पार्क में बिजली की जरूरत के लिए सोलर ट्री लगाए गए हैं जिससे इसमें बिजली के खर्च पर भी निगम को पैसा खर्च न करना पड़े.

कुमार कहते हैं कि पार्क में आम लोगों के आने के लिए 50 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से फीस वसूली जाएगी जबकि बच्चों के लिए ये आधी होगी. हालांकि निगम के बच्चों के लिए इसमें एंट्री फ्री होगी. दावा किया जा रहा है कि ये अपने आप में पहला ऐसा पार्क होगा जो बहुत जल्दी दिल्ली आने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बन जाएगा. रात के समय में की गई लाइटनिंग की व्यवस्था के लिए भी निगम अधिकारी तरह-तरह के दावे ठोक रहे हैं.

बता दें कि इससे पहले निगम के ग्रेटर कैलाश इलाके में बनाया गया नंदन वन पार्क भी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का एक सफल प्रोजेक्ट माना गया है. पहले पार्क के सफल हो जाने के बाद भी निगम अब हर जोन में ऐसे पाक बनाने पर विचार कर रही है. इसी क्रम में वेस्ट टू वंडर्स पार्क भी निगम की सफल प्रोजेक्ट की सूची में शामिल हो सकता है. हालांकि आने वाले दिनों में यह लोगों को कितना पसंद आता है यह देखने वाली बात होगी.


Conclusion:
Last Updated : Feb 20, 2019, 5:47 AM IST
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