नई दिल्ली: विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा नगर निगमों पर लगाए गए आधारहीन और भ्रामक आरोप को लेकर कहा कि यह उनकी हताशा का प्रतीक है. उनके द्वारा निगमों को आर्थिक रूप से पंगु बनाए जाने के बावजूद भी नगर निगमों ने हर क्षेत्र में बेहतरीन सेवाएं उपलब्ध कराई हैं और उल्लेखनीय विकास कार्य किए हैं.
'निगम प्रदत्त सेवाएं हुई आसान'
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि नगर निगम ने अपनी सेवाओं को ऑनलाइन कर नागरिकों को घर बैठे नक्शे पास कराने की सुविधा, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र विभिन्न प्रकार के लाइसेंस बनाने की सुविधा उपलब्ध कराई है. इससे जहां एक ओर इंस्पेक्टर राज समाप्त हुआ और नागरिकों की शिकायतों में भारी कमी आई है. वहीं दूसरी ओर उन्हें निगम कार्यालयों तक आने-जाने की परेशानी से मुक्ति मिली है.
'तीनों निगमों ने खुले शौच से मुक्त का किया कार्य'
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि तीनों नगर निगमों द्वारा सफाई के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है. तीनों को खुले शौच से मुक्त का प्रमाण पत्र दिया गया है. कूड़ा घर आज बंद हो चुके हैं, उनकी जगह कई स्थानों पर सामुदायिक भवन निर्मित है और क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से चल रहा है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने चुनावी घोषणा पत्र में दो लाख शौचालयों के निर्माण का वादा किया था और कहा गया था कि एक लाख शौचालय महिलाओं के लिए बनाए जाएंगे. आज केजरीवाल ने खुद अपनी असफलता मानी हैं.
'दिल्ली सरकार ने फंड जारी नहीं किया'
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने अभी तक नगर निगमों को केंद्र द्वारा स्वीकृत फंड जारी नहीं किया है. निगमों को 17. 50% ग्लोबल शेयर जारी नहीं किया. दिल्ली सरकार पर तीनों निगमों का 10 हजार करोड़ रुपया बकाया है.