नई दिल्ली: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत सात अक्टूबर से होने जा रही है. कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दिल्ली के छतरपुर स्थित श्री आद्या कात्यायनी शक्ति पीठ मंदिर में भक्तों को टोकन के जरिए प्रवेश मिलेगा. इस दौरान भक्त मां को फूल, प्रसाद कुछ भी भेंट नहीं चढ़ा सकेंगे. इस संबंध में ईटीवी भारत ने आद्या कात्यायनी मंदिर के मुख्य पुजारी हरि मोहन झा से बात की. उन्होंने कहा कि नवरात्रि में मां की विशेष पूजा की जाएगी.
मां आद्या कात्यायनी मंदिर के मुख्य पुजारी हरि मोहन झा ने बताया कि जो भक्त किसी भी कारण से मां का दर्शन करने के लिए नहीं आ सकते हैं. वह घर से ही मां के बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं. बीज मंत्र के जाप करने मात्र से ही मां प्रसन्न हो जाती हैं और भक्तों की मुराद और कष्ट दूर करती हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मंदिर में नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ निरंतर होता रहेगा. साथ ही इस दौरान मंदिर में सभी देशवासियों की सुख व शांति के लिए में यज्ञ भी होता रहेगा.
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नवरात्रि में छतरपुर स्थित मां आद्या कात्यायनी मंदिर में भक्तों को किस तरह प्रवेश मिलेगा. इस संबंध में मंदिर के सीईओ किशोर चावला से ईटीवी भारत ने बात की. उन्होंने कहा कि भक्तों को मंदिर में टोकन के जरिए प्रवेश मिलेगा. वह ऑनलाइन या ऐप के माध्यम से टोकन ले सकते हैं. टोकन के जरिए भक्तों को सुविधा यह होगी कि वह समय अनुसार ही मां का दर्शन करने के लिए मंदिर आ सकेंगे, जिससे उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी और कोविड-19 नियमों का भी सुचारू रूप से पालन हो सकेगा.
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उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति ऑनलाइन टोकन लेने में सक्षम नहीं है. उसके लिए मंदिर के बाहर टोकन का इंतजाम किया जाएगा. जिससे कि वह भी मां का दर्शन कर सकें. साथ ही भक्तों को कोविड-19 नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. फोन में आरोग्य सेतु एप होना अनिवार्य है.
वहीं किशोर चावला ने कहा कि जिसके भी फोन में आरोग्य सेतु एप नहीं होगा. उन्हें कोविड-19 टीका की रिपोर्ट दिखानी होगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से कोई भी भक्त मंदिर में प्रसाद नहीं चढ़ा पाएगा.