नई दिल्ली: मोटर व्हीकल एक्ट में हुए संशोधनों के खिलाफ गुरुवार को दिल्ली में चक्का जाम होने वाला है. वहीं इस विरोध से पहले ट्रांसपोर्ट यूनियनों में फूट पड़ती दिखाई दे रही है. इसी फूट का एक उदाहरण वो पत्र है, जिसे दिल्ली के एक टैक्सी एसोसिएशन ने पुलिस कमिश्नर को सुरक्षा मुहैया कराने हेतु लिखा है.
इसमें कहा गया है कि 19 सितंबर को होने वाले चक्का जाम में ये टैक्सी एसोसिएशन शामिल नहीं होना चाहता. ऐसे में रोड पर चलते वक्त पुलिस उनकी सुरक्षा करे.
दरअसल, दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एंड ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने पुलिस कमिश्नर अमूल पटनायक को पत्र लिखकर ये कहा है कि उनका संगठन हड़ताल में शामिल नहीं होना चाहता. पत्र में कहा गया है कि वो इस चक्का जाम में शामिल नहीं होना चाहते, इसलिए उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए.
'राजनीति के लिए हो रही हड़ताल'
एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वो इस हड़ताल का समर्थन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस हड़ताल से कोई फायदा नहीं होने वाला क्योंकि ये महज राजनीति के लिए की जा रही है.
'गलत है चक्का जाम का फैसला'
उन्होंने कहा कि जिस यूनाइटेड फ्रंट ऑफ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के तत्वाधान में ये हड़ताल की जा रही है, उससे 2 महीने पहले ही इस संबंध में कोई कदम उठाने को कहा गया था. हालांकि बीते महीनों में कुछ नहीं किया गया और अब लोगों पर इसका बोझ पड़ रहा है तो बिना किसी से मिले हड़ताल का फैसला लिया गया है, जो कि गलत है.
'सब फर्जी है'
सम्राट ने कहा कि वो इस हड़ताल का समर्थन नहीं करते क्योंकि इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा कि इजाजत लेने से लेकर एजेंडा तक सब फर्जी है.
'सुरक्षा की मांग'
दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एंड ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने कहा है कि उनकी अगर किसी भी गाड़ी को कोई नुकसान पहुंचाया गया तो इसकी सीधी जिम्मेदारी हड़ताल करने वाले लोगों की होगी. ऐसे में पुलिस से अनुरोध है कि वो उन्हें सुरक्षा प्रदान कराए और आपात स्थिति में उचित कार्रवाई करे.