नई दिल्ली: दिल्ली की स्थानीय एजेंसियां केजरीवाल सरकार पर लगातार यह आरोप लगा रही हैं कि कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों को दिल्ली सरकार छुपा रही है.
साउथ एमसीडी ने पंजाबी बाग श्मशान घाट में बीते साल हुए अंतिम संस्कारों से इस साल के संस्कारों की तुलना की है. जिसके बिनाह पर ये कहा जा रहा है कि कोरोना का असर लोगों के जीवन पर कहीं ना कहीं अधिक पड़ रहा है.
साउथ एमसीडी में स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन भूपेंद्र गुप्ता ने साल 2019 में पंजाबी बाग श्मशान घाट में लाए गए शवों की संख्या को 893 बताया जबकि इस साल यह संख्या 1363 है.
उन्होंने कहा कि आंकड़ों को देखें तो, इस साल मई के महीने में दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित श्मशान घाट पर 570 अधिक शवों को लाया गया है. अप्रैल की संख्या 42 ज्यादा है. इस तरह दोनों ही महीने में कुल 612 शव ज्यादा आए हैं.
गुप्ता ने कहा कि जब से निगमों ने दिल्ली में कोरोना से हो रही मौतों का मुद्दा उठाया है, तब ही से दिल्ली सरकार के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है. ये दर्शाता है कि पहले सच छुपाया जा रहा था. उन्होंने मांग की है कि लोगों को सच्चाई बताई जानी चाहिए.