नई दिल्ली/हरिद्वारः दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अस्थियां बुधवार को पूरे विधि-विधान के साथ गंगा में विसर्जित की गईं. हर की पौड़ी में श्री गंगा सभा के पुरोहित ने मंत्रोच्चारण के साथ अस्थि विसर्जन करवाया. इस दौरान उनके बेटे संदीप दीक्षित, बेटी लतिका, कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद और पवन खेड़ा समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे. स्थानीय लोग भी शीला दीक्षित को नम आंखों से विदाई देने पहुंचे.
इस दौरान उनके बेटे संदीप दीक्षित ने कहा कि उनके निधन से उन्हें व्यक्तिगत रूप से और पूरे परिवार को एक बड़ी क्षति पहुंची है. ऐसे में वक्त ही इस दर्द से उभरने का साहस देगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित की राजनेता और दिल्ली के सफल प्रशासक के रूप में एक अच्छी छवि थी.
संदीप दीक्षित ने कहा कि हरिद्वार से उनके परिवार का गहरा नाता रहा है. उनके दादा और दादी समेत पिता जी की अस्थियों का विसर्जन हर की पौड़ी पर किया है. पहले हरिद्वार में ही शीला दीक्षित जी की अस्थियां विसर्जित की गई हैं. इसके बाद संगम में अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा. साथ ही कहा कि हरिद्वार आने से मन को संतुष्टि और शांति भी मिलती है.