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हरिद्वार में विसर्जित की गई शीला दीक्षित की अस्थियां, लोगों ने दी श्रद्धांजलि

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गईं. इस दौरान सैकड़ों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

शीला दीक्षित की अस्थियां विसर्जित etv bharat
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Published : Jul 24, 2019, 7:17 PM IST

नई दिल्ली/हरिद्वारः दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अस्थियां बुधवार को पूरे विधि-विधान के साथ गंगा में विसर्जित की गईं. हर की पौड़ी में श्री गंगा सभा के पुरोहित ने मंत्रोच्चारण के साथ अस्थि विसर्जन करवाया. इस दौरान उनके बेटे संदीप दीक्षित, बेटी लतिका, कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद और पवन खेड़ा समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे. स्थानीय लोग भी शीला दीक्षित को नम आंखों से विदाई देने पहुंचे.

शीला दीक्षित की अस्थियां विसर्जित

इस दौरान उनके बेटे संदीप दीक्षित ने कहा कि उनके निधन से उन्हें व्यक्तिगत रूप से और पूरे परिवार को एक बड़ी क्षति पहुंची है. ऐसे में वक्त ही इस दर्द से उभरने का साहस देगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित की राजनेता और दिल्ली के सफल प्रशासक के रूप में एक अच्छी छवि थी.

संदीप दीक्षित ने कहा कि हरिद्वार से उनके परिवार का गहरा नाता रहा है. उनके दादा और दादी समेत पिता जी की अस्थियों का विसर्जन हर की पौड़ी पर किया है. पहले हरिद्वार में ही शीला दीक्षित जी की अस्थियां विसर्जित की गई हैं. इसके बाद संगम में अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा. साथ ही कहा कि हरिद्वार आने से मन को संतुष्टि और शांति भी मिलती है.

नई दिल्ली/हरिद्वारः दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अस्थियां बुधवार को पूरे विधि-विधान के साथ गंगा में विसर्जित की गईं. हर की पौड़ी में श्री गंगा सभा के पुरोहित ने मंत्रोच्चारण के साथ अस्थि विसर्जन करवाया. इस दौरान उनके बेटे संदीप दीक्षित, बेटी लतिका, कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद और पवन खेड़ा समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे. स्थानीय लोग भी शीला दीक्षित को नम आंखों से विदाई देने पहुंचे.

शीला दीक्षित की अस्थियां विसर्जित

इस दौरान उनके बेटे संदीप दीक्षित ने कहा कि उनके निधन से उन्हें व्यक्तिगत रूप से और पूरे परिवार को एक बड़ी क्षति पहुंची है. ऐसे में वक्त ही इस दर्द से उभरने का साहस देगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित की राजनेता और दिल्ली के सफल प्रशासक के रूप में एक अच्छी छवि थी.

संदीप दीक्षित ने कहा कि हरिद्वार से उनके परिवार का गहरा नाता रहा है. उनके दादा और दादी समेत पिता जी की अस्थियों का विसर्जन हर की पौड़ी पर किया है. पहले हरिद्वार में ही शीला दीक्षित जी की अस्थियां विसर्जित की गई हैं. इसके बाद संगम में अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा. साथ ही कहा कि हरिद्वार आने से मन को संतुष्टि और शांति भी मिलती है.

Intro:फीड लाइव व्यू से भेजी गई है

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कांग्रेस की टिकट नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित की अस्थियां आज पूरे विधि-विधान के साथ हर की पौड़ी मां गंगा में विसर्जित की गई हर की पौड़ी के संस्था श्री गंगा सभा के पुरोहित द्वारा अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न कराया गया शीला दीक्षित के अस्थि विसर्जन में पुत्र संदीप दीक्षित बेटी लतिका डिस्टिक कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद और पवन खेड़ा सहित परिवार के काफी सदस्य अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में मौजूद रहे शीला दीक्षित का निधन 20 जुलाई को दिल्ली के एस्कॉर्टस हॉट इंस्टीट्यूट मे हृदयघात से हुआ था


Body:शीला दीक्षित कांग्रेस की बड़ी नेता थी और गांधी परिवार से इनका गहरा नाता रहा है तभी तो दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी है शीला दीक्षित दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनी थी और देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री थी जिन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला और साथ ही केरल की राज्यपाल का पद भी शीला दीक्षित ने 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहते हुए कई कार्य किए जिनको आज भी लोग सराहते है मगर उनके ऊपर कॉमन वेल्थ गेम के आयोजन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे मगर शीला दीक्षित का व्यक्तित्व इतना बड़ा था कि सभी पार्टी के बड़े नेता उनका सम्मान करते थे

आज शीला दीक्षित की अस्थियां गंगा में विसर्जित हो गई उनके परिवार के लोगों ने हर की पौड़ी पर तीर्थ पुरोहितों द्वारा पूरे विधि-विधान से उनका अस्थि विसर्जन किया उनके बेटे संदीप दीक्षित का कहना है कि शीला दीक्षित के चले जाने से उन्हें व्यक्तिगत रूप औऱ उनके पूरे परिवार को एक बड़ी क्षति हुई है समय ही इस दर्द को भरने का साहस देगा शीला दीक्षित जी की राजनेता के रूप में और दिल्ली के सफल प्रशासक के रूप में उनकी एक अच्छी छवि थी क्योंकि उनके जाने के बाद ना केवल दिल्ली में बल्कि पूरे देश में उनके लिए जिस तरह से सम्मान की भावना उत्पन्न हुई उसे लगता है कि एक राष्ट्रीय स्तर का नेता हमारे बीच से चला गया सभी लोग मानते हैं कि शीला दीक्षित जी ने दिल्ली को विकास की राह दिखाई है ऐसे नेता के चले जाने के बाद हर नेता ने अपने दल से ऊपर उठकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की

बाइट-- संदीप दीक्षित--बेटे शीला दीक्षित

संदीप दीक्षित का कहना है कि हरिद्वार से हमारे परिवार का गहरा नाता रहा है मेरे दादा जी दादी जी पिता जी और हमारे परिवार के जितने भी लोगों की मृत्यु हुई है उनकी अस्थियों को हरिद्वार हरकी पौड़ी पर ही विसर्जित किया गया है सबसे पहले हरिद्वार में ही शीला दीक्षित जी की अस्थियां विसर्जित की गई है उसके बाद संगम में अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा क्योंकि हरिद्वार आने से मन को संतुष्टि भी मिलती है और मन को शांति भी अस्थि विसर्जन के कार्यक्रम में मेरे परिवार से मेरी बहन लतिका दीक्षित मेरी भांजी और जतिन प्रसाद पवन खेड़ा सहित परिवार और कांग्रेस के कई सदस्य आए हैं

बाइट-- संदीप दीक्षित--बेटे शीला दीक्षित


Conclusion:शीला दीक्षित की अस्थियां हरिद्वार हर की पौड़ी पर पूरे विधि-विधान से विसर्जित की गई अस्थि विसर्जन में परिवार के साथ कई हरिद्वार के कांग्रेसी नेता भी शामिल हुए और शीला दीक्षित को सभी ने अपनी तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की शीला दीक्षित कांग्रेस के बड़े नेताओं में शामिल थी और इस वक्त कांग्रेस पूरे देश में जिस हालात में है उसमें शीला दीक्षित कांग्रेस के लिए पालनहार भी बन सकती थी मगर अब उनके चले जाने के बाद कांग्रेस को भी भारी क्षति हुई है
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