नई दिल्ली: सेना को लेकर किए गए आपत्तिजनक ट्वीट के मामले में जेएनयू की छात्रा शेहला राशिद की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव द्वारा दी गई शिकायत की जांच कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने स्पेशल सेल को सौंप दी है. अब स्पेशल सेल इस मामले की जांच करेगी. फिलहाल इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
सेना के खिलाफ आपत्तिजनक आरोप लगाए
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव की तरफ से सोमवार को पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को एक शिकायत दी गई. इस शिकायत में कहा गया है कि शेहला राशिद जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट पार्टी से जुड़ी हुई हैं. बीते 18 अगस्त को शेहला ने अपने ट्वीटर हैंडल से कश्मीर को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए. इनमें से दो ट्वीट में उसने सेना के खिलाफ आपत्तिजनक आरोप लगाए हैं, जो पूरी तरह से झूठे हैं.
सेना ने किया आरोपों का खंडन
शेहला राशिद द्वारा लगाए गए आरोपों का सेना के द्वारा खंडन किया गया, जिसको मीडिया में चलाया भी गया है. अधिवक्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि शेहला राशिद ने इस तरह के झूठे आरोप लगाकर सेना को बदनाम किया है. इसलिए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने इस बाबत मामला दर्ज कर शेहला राशिद को गिरफ्तार करने की मांग की है.
स्पेशल सेल को सौंपी जांच
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने फिलहाल पूरे मामले की जांच स्पेशल सेल को सौंप दी है. उनका कहना है कि इस जांच में जिस प्रकार के भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.